मर्करी बैटरी (mercury battery) एक प्रकार का प्राथमिक सेल है जिसको पुनः अवेशित नहीं किया जा सकता। इसे 'मर्क्युरिक आक्साइड बैटरी' भी कहते हैं। ये आकार में बटन जैसी बनायी जाती हैं, अतः इन्हें 'बटन सेल' भी कहते हैं। ये डिजिटल घड़ियों, श्रवण-सहायक यन्त्रों, कैलकुलेटरों, कैमरों, आदि में प्रयुक्त होतीं हैं।

एक मर्करी बैटरी "РЦ-53М"(RTs-53M) - जो १९८९ में रूस में निर्मित की गयी थी।

मर्करी बैटरियाँ, किसी क्षारीय विद्युत-अपघट्य के अन्दर स्थापित मर्क्युरिक आक्साइड तथा जस्ते के इलेक्ट्रोड के बीच विद्युतरासायनिक अभिक्रिया के आधार पर काम करतीं हैं। अनावेशित (डिस्चार्ज) होते समय इन बैटरियों के सेल की वोल्टता लगभग अपरिवर्तित रहती है ( 1.35 वोल्ट), जिसके कारण ये बहुत उपयोगी हैं। इसके अलावा इनकी क्षमता, समान आकार के जिंक-कार्बन बैटरियों की तुलना में बहुत अधिक होती है।