मसागती (यूनानी: Μασσαγέται, अंग्रेज़ी: Massagetae) प्राचीनकाल में मध्य एशिया में बसने वाली ख़ानाबदोश क़बीलों की एक जनजाति थी। वे एक पूर्वी ईरानी भाषा बोला करते थे। उन्हें मुख्य-रूप से यूनानी इतिहासकार हेरोदोतस की लिखाईयों से जाना जाता है। सम्भव है कि वे स्किथी लोगों से सम्बन्धित हों।[1][2]

३२३ ईसापूर्व का एशिया जिसमें मध्य एशिया में मसागती क्षेत्र देखे जा सकते हैं

नामोत्पत्ति संपादित करें

हेरोदोतस के अनुसार 'मसागती' का मतलब 'महान गती' है और 'गती' या 'गेती' कृष्ण सागर के छोर पर बसने वाले समुदायों का नाम हुआ करता था। यह 'मसा' शब्द वही है जो संस्कृत में 'महा' के सजातीय रूप में पाया जाता है।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Karasulas, Antony. Mounted Archers Of The Steppe 600 BC-AD 1300 (Elite). Osprey Publishing, 2004, ISBN 184176809, p. 7.
  2. Wilcox, Peter. Rome's Enemies: Parthians and Sassanids. Osprey Publishing, 1986, ISBN 0-85045-688-6, p. 9.