महेश शर्मा

भारतीय राजनीतिज्ञ

महेश शर्मा भारत की सोलहवीं लोकसभा के सांसद हैं। २०१४ के चुनावों में वे उत्तर प्रदेश की गौतम बुद्ध नगर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए।[1] पेशे से चिकित्सक रहे डॉ॰ महेश शर्मा भारत सरकार के संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मन्त्रालय में स्वतन्त्र रूप से राज्य मन्त्री रहे हैं।[2]

महेश शर्मा

पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
मई 2014
पूर्वा धिकारी सुरेन्द्र नागर
चुनाव-क्षेत्र गौतम बुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश

पद बहाल
नवम्बर 2015 – मई 2019
उत्तरा धिकारी प्रहलाद सिंह पटेल

जन्म 30 सितम्बर 1959
राष्ट्रीयता भारतीय
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
धर्म हिन्दू

विवाद संपादित करें

  • २०१४ में नरेन्द्र मोदी सरकार में वे पर्यटन मंत्री बनाए गए। उन्होंने अक्टोबर २०१६ में दादरी सामूहिक हत्या (अंग्रेज़ी संस्करण) में शामिल एक आरोपी रवि सिसोदिया की पुलिस हिरासत में साँस लेने में समस्या के कारण मृत्यु के पश्चात रवि के घर पहुँचकर अपनी सहानुभूति प्रकट की थी। रवि के शव को राष्ट्रीय ध्वज में लपेटा गया था और गाँव के लोगों ने उसे शहीद घोषित किया था। इस मौके पर उनसे एक करोड़ रुपिये के मुआवज़े और मृतक की विध्वा के लिए सरकारी नौकरी की माँग की। [3]
  • सितम्बर २०१५ में उन्होंने और विवाद को ये कहकर जन्म दिया कि "हमने औरंगज़ेब रोड को उस व्यक्ति के नाम पर किया है जो एक मुसलमान होकर भी देश भक्त था....", यह टिप्पणी स्वर्गीय राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से संबंधित थी जो एक मुसलमान थे।[4]


बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "भारतीय चुनाव आयोग की अधिसूचना, नई दिल्ली" (PDF). मूल से 30 जून 2014 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 5 अक्तूबर 2014.
  2. "पर्यटन में सुरक्षा और सफाई बढ़ायेंगे: डॉ॰ महेश शर्मा". मूल से 31 दिसंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 नवंबर 2014.
  3. "Tourism minister Mahesh Sharma visits Dadri lynching accused Ravi Sisodia's village, Twitterati furious". मूल से 30 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जनवरी 2020.
  4. "'Despite' being Muslim, Abdul Kalam was great nationalist, says Union Minister Mahesh Sharma", The Economic Times, 18 September 2015