माशूक

1992 की हिन्दी फ़िल्म

माशूक 1992 में बनी हिन्दी भाषा की प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसमें अयूब ख़ान और आयशा जुल्का प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म तो लोकप्रिय नहीं रही लेकिन इसके गीत प्रसिद्धि पाए हैं। विशेषकर "कौन हो तुम जो दिल में" और "ओ यारा कैसे तेरी बेवफाई" सदाबहार गीत हैं।

माशूक

माशूक का पोस्टर
निर्देशक मिर्ज़ा ब्रदर्स
लेखक मिर्ज़ा ब्रदर्स
निर्माता मिर्ज़ा ब्रदर्स
अभिनेता अयूब ख़ान,
आयशा जुल्का,
संगीतकार श्याम-सुरेंदर
प्रदर्शन तिथियाँ
10 जुलाई, 1992
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

सुमन राय एक अमीर परिवार से संबंधित है और दो भाइयों, केदारनाथ और संदीप के साथ एक कोठी ​​में रहती है। वह शंकर कुमार (किरण कुमार) नामक एक मध्यम वर्गीय व्यक्ति के साथ प्यार में पड़ जाती है। वह उसे अपने भाइयों से मिलवाती है, जो उसे पूरी तरह से खारिज कर देते हैं। वह लोग सुमन को उससे मिलने से मना कर देते हैं। इसके बजाय सुमन उससे शादी कर लेती है। इस पर नाराज, संदीप विवाह को रोकने के लिए एक बंदूक लेकर जाता है। उसके और शंकर के बीच एक झड़प होती है और संदीप की मौत हो जाती है।

पुलिस शंकर को गिरफ्तार करती है और अदालत के सामने उसे पेश करती है। अदालत उसे दोषी नहीं मानती। लेकिन केदारनाथ (प्राण) उसे दोषी मानता है और अब उसे अपनी बहन के साथ कोई लेना-देना नहीं है। सुमन शंकर और उसके छोटे भाई करण के साथ रहती है। सालों बाद, करण (अयूब ख़ान) बड़ा हो गया और साथी सहकर्मी, निशा (आयशा जुल्का) से प्यार करता है। करण यह नहीं जानता कि निशा केदारनाथ की बेटी है और न तो शंकर और न ही केदारनाथ उन्हें एक-दूसरे को देखने की इजाजत देंगे। अगर वे एक साथ बने रहें, तो इतिहास को दोहराने की संभावना है।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी श्याम-सुरेंदर द्वारा संगीतबद्ध।

क्र॰शीर्षकगीतकारगायकअवधि
1."दीवाना दिल ढूंढे"इन्दीवरकुमार सानु5:21
2."कौन हो तुम जो दिल में"गौहर कानपुरीकविता कृष्णमूर्ति, अभिजीत5:29
3."ओ सरफिरी ओ दीवानी"इन्दीवरकुमार सानु6:36
4."ओ यारा कैसे तेरी बेवफाई"गौहर कानपुरीकविता कृष्णमूर्ति, कुमार सानु6:02
5."तू भी तड़पेगी"इन्दीवरकुमार सानु4:51
6."तुम्हें दिल दे चुके हैं"गौहर कानपुरीकुमार सानु, कविता कृष्णमूर्ति5:12
7."ये धड़कन मेरे दिल की"इन्दीवरकुमार सानु, कविता कृष्णमूर्ति7:36

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें