मुराद पंचम (उस्मानी तुर्कीयाई: مراد خامس) (21 सितम्बर 1840 – 29 अगस्त 1904) 30 मई से 31 अगस्त 1876 तक उस्मानी साम्राज्य के सुल्तान रहे।

पंचम मुराद
مراد خامس
इस्लाम के ख़लीफ़ा
अमीरुल मुमिनीन
उस्मानी साम्राज्य के सुल्तान
कैसर-ए रूम
ख़ादिम उल हरमैन अश्शरीफ़ैन
33वें उस्मानी सुल्तान (बादशाह)
शासनावधि30 मई 1876 – 31 अगस्त 1876
पूर्ववर्तीअब्दुल अज़ीज़ (उस्मान साम्राज्य)
उत्तरवर्तीअब्दुल हमीद द्वितीय
जन्म21 सितम्बर 1840
क़ुस्तुंतुनिया, उस्मानिया
निधन29 अगस्त 1904(1904-08-29) (उम्र 63)
क़ुस्तुंतुनिया, उस्मानिया
समाधि30 अगस्त 1904
नई मस्जिद, इस्तांबुल
शाही ख़ानदानउस्मानी
पिताअब्दुल मजीद प्रथमI
माताशफ़कफ़्ज़ा सुल्तान
धर्मसुन्नी इस्लाम
तुग़रापंचम मुराद مراد خامس के हस्ताक्षर

उनका जन्म चरान महल, ओर्ताकोय, क़ुस्तुंतुनिया में हुआ था।[1] उनके पिता अब्दुल मजीद प्रथम थे। उनकी माँ शौकफ़्ज़ा वालिदा सुल्तान थी, वे चरकस मूल से थी।[2][3][4]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Britannica, Istanbul Archived 2007-12-18 at the वेबैक मशीन: Until the Turkish Post Office officially changed the name in 1930, however, the city continued to bear the millenary name of Constantinople.
  2. Açba, Harun (2007). "Bölüm 2: Sultan I. Abdülhamid Han Ailesi". Kadınefendiler: Son Dönem Osmanlı Padişah Eşleri (तुर्की में) (1 संस्करण). Istanbul: Prolil Yayıncılık. पृ॰ 28. |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)
  3. "[[Turkish Historical Society]] XXXI. Türk Tarih Kurumu Osmanlı Tarihi Interaktif CD-ROM". मूल से 2 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अक्तूबर 2018.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 31 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अक्तूबर 2018.