प्रो॰ यमुना काचरू अमरीका में अरबाना शैम्पेन स्थित इलिनॉय विश्वविद्यालय में भाषा विज्ञान की प्रोफेसर हैं। उन्होंने (१९५९ से ६५) तक लंदन के स्कूल ऑफ ओरियंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज में अध्यापन किया तथा सामान्य भाषा विज्ञान में वहीं से पीएच. डी की उपाधि प्राप्त की। १९६५ में उन्होंने इलिनाय विश्वविद्यालय में अध्यापन प्रारंभ किया। उनका शोधकार्य मुख्य रूप से हिंदी भाषा तथा अन्य भारतीय भाषाओं की संरचना तथा अंग्रेजी के माध्यम से विश्व में उसके संवाद पर आधारित था। उन्होंने भारतीय भाषाओं तथा भाषा विज्ञान से संबंधित अनेक पुस्तकें तथा शोध-पत्र लिखे हैं।[1] १९६५ से १९९९ तक इलिनाय विश्वविद्यालय में अध्यापन के वाद उन्होंने अवकाश ग्रहण किया और वे अब अपनी जीवन अध्ययन एवं शोध में व्यतीत कर रही हैं।

सम्मान व पुरस्कार संपादित करें

वर्ष २००६ में उन्हें भारतीय राष्ट्रपति द्वारा पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।[2]

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "International Association for World Englishes". मूल से 27 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्तूबर 2012.
  2. "केंद्रीय हिंदी संस्थान". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जून 2020.