युनाइटेड किंगडम के राजा जॉर्ज तृतीय

राजा जॉर्ज तृतीय, ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड का राजा था।[1] उनका राज्य-काल १७६० से १८०१ तक था। दो देशों के संघ होने के पश्चात युनाइटेड किंगडम का राजा बना। वह होउस ओफ हनोवर के तीसरा ब्रिटिश सम्राट था। अपने दो पूर्ववर्तियों के विपरीत वह ब्रिटेन में पैदा हुआ था, अंग्रेजी उनकी पहली भाषा थी, और उन्होने हनोवर की यात्रा कभी नहीं की। उनके जीवन और शासनकाल अन्य बिटिश शासक की तुलना में अधिक लंबा था। सैन्य संघर्ष कई बार हुए थे। उनके शासनकाल में ग्रेट ब्रिटन ने फ्रांस को हराया था और ब्रिटन प्रमुख यूरोपीय शक्ति बना। आगे की युद्ध जो "बाटिल ओफ वाटरलू" नाम से जाने जाते है उसमें नेपोलियन की मृत्यु हुई थी। फिर जॉर्ज तृतीय को आवर्ती और स्थायी मानसिक बीमारी का सामना भी किए थे। १८२० में उनकी मृत्यु हुई। जार्ज तृतीय का ज्येष्ठ पुत्र ने "पिन्स ओफ रेजन्ट" नाम से शासन किया।

महाराज जॉर्ज तृतीय

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

जार्ज का जन्म लंडन के नॉरफाल्क होउस में हुआ था। वह राजा जार्ज द्वितीय का पोता था।[2] जार्ज तृतीय के माता-पिता, वेल्स के राजकुमार फ्रड्रिक और अगस्टा थे। जॉर्ज एक स्वस्थ लेकिन आरक्षित और शर्मीली बच्चा बन गया। वह अंग्रेजी और जर्मन दोनों में पढ़ और लिख सकता था। वह पहले ब्रिटिश राजा थे जो व्यवस्थित तरीके से विज्ञान का अध्ययन करते थे

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 मई 2017.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 मई 2017.

इन्हें भी देखें संपादित करें