कोरिया युद्ध के बाद अमरीका ने दबाव डाला कि यूरोप को अपनी सुरक्षा के लिए ज़्यादा धन अदा करना चाहिए और जर्मनी का फिर शस्त्रीकरण होना चाहिए। 1952 में ईसीएससी के छह सदस्य देश 31 जनवरी 1954 को यूरोपीय रक्षा समुदाय बनाने पर सहमत हुए जिनमें जर्मनी के सैनिक भी यूरोपीय सेना में शामिल होने थे। लेकिन फ्रांस की संसद ने इस संधि को मंज़ूरी देने में देरी की और आख़िरकार 1954 में उसने इस विचार को ही ख़ारिज कर दिया।