राम स्वरूप (1920-26 दिसंबर, 1998) वैदिक परम्परा के प्रमुख बुद्धिजीवी थे। उनके लेखन ने सीता राम गोयल और अन्य कई लेखको को प्रभावित किया।

चित्र:Ram Swarup.JPG
राम स्वरूप

जीवन संपादित करें

राम स्वरूप का जन्म सोनीपत, हरयाणा में सोनीपत, एक धनी परिवार में हुआ था। वह गर्ग गोत्र, अग्रवाल वंश में जन्मे। उनकी शिक्षा दिल्ली में हुई जहां उन्होंने अर्थशास्त्र का अध्ययन किया।

विचारधारा संपादित करें

शिक्षा के पश्चात कई वर्ष वह वाम पंथ विचारधारा के प्रभाव में थे। जब उन्हें रूस और चीन में साम्यवाद (कम्यूनिज्म) के नाम पर अत्याचार के बारे में ज्ञाति हुई, वह साम्यवाद के विरोधी हुए और उन्होंने इसके विरुद्ध कई ग्रन्थ लिखे जिनका प्रभाव अमेरिकी बुद्धिजीवियों पर भी पडा।

वह अविवाहित रहे और जीवन के दूसरे भाग को उन्होंने धर्म, ज्ञान और समाज के चिन्तन पर व्यतीत किया।

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें