राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर

राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल की स्थापना १९६० में की गई थी और ३ जुलाई २००३ को इसे राष्‍ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में परिवर्तित किया गया था। इस संस्थान में १५ विभाग हैं। यह संस्थान सिविल इंजीनियरी, विद्युत इंजीनियरी, अभियांत्रिकी इंजीनियरी, रसायन इंजीनियरी, धातुकर्मीय इंजीनियरी, इलैक्ट्रॉनिकी तथा संचार इंजीनियरी, कम्प्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरी, जैब प्रौद्योगिकी तथा सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विषयों मे चार-वर्षीय अवर-स्नातक पाठयक्रम चलाता है। यह संस्थान एमबीए तथा एमसीए सहित नौ विषयों में एम.टेक पाठयक्रमों का भी संचालन करता है। यह संस्थान विदेशी विद्यार्थियों के लिए १२० विद्यार्थी क्षमता वाला एक पुरूष छात्रावास, तीन १२० बिस्तर वाले लेक्चरर दीर्घाएं, कम्प्यूटर केन्द्र विस्तार, विद्युत यंत्र प्रयोगशाला, हाई पावर प्रयोगशाला का निर्माण करेगा।[1]

चित्र:Garden of the National Institute of Technology, Durgapur, West Bengal, भारत.jpg
राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, दुर्गापुर". संस्थान का आधिकारिक जालस्थल. मूल से 10 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ४ मई २००९. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)