रोसेटा (Rosetta) यूरोपीय अंतरिक्ष अभिकरण का एक अंतरिक्ष यान है जिसे २ मार्च २००४ को पृथ्वी से छोड़ा गया था। इसका ध्येय ६७पी/चुरयुमोव-गेरासिमेंको (67P/Churyumov–Gerasimenko) नामक धूमकेतु के समीप पहुँचकर उसका अध्ययन करना है। यह यान सन् २०१४ के मध्य में उस धूमकेतु तक पहुँचेगा और फिर उसके इर्द-गिर्द कक्षा में परिक्रमा करेगा। १० नवम्बर २०१४ को इस से एक छोटा-सा फाईले (Philae) नमक शोध-यान धूमकेतु की सतह पर उतारकर और क़रीब से उसका अध्ययन करेगा।[1][2]

रोसेटा अंतरिक्ष यान

धूमकेतु तक पहुँचने के लिए रोसेटा यान को हमारे सौर मंडल के क्षुद्रग्रह घेरे को पार करना ज़रूरी था। इसने सितम्बर २००८ में क्षुद्रग्रह २८६७ श्टाइन्स​ (2867 Šteins) को और जुलाई २००८ में २१ ल्यूटीशीया (21 Lutetia) को पास से देखा। जून २०११ से इस यान को एक निद्रा अवस्था में डाल दिया गया जिस दौरान यह चुप-चाप अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।[2]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. The Cambridge Guide to the Solar System Archived 2016-07-30 at the वेबैक मशीन, Kenneth R. Lang, Cambridge University Press, 2011, ISBN 978-0-521-19857-8, ... Rosetta flew by the large main-belt asteroid 21 Lutetia on 10 जुलाई 2010 ... The Rosetta spacecraft is expected to orbit its primary scientific target, comet Churyumov-Gerasimenko, beginning in 2014 ...
  2. Encyclopedia of Astrobiology, Muriel Gargaud, José Cernicharo, Michel Viso, Springer, 2011, ISBN 978-3-642-11271-3, ... The Rosetta spacecraft is carrying an instrumented lander called Philae that is planned to land on the nucleus on November 10, 2014. On its way to the comet, Rosetta has flown by asteroids 2867 Steins and 21 Lutetia ...