वक्षोदर मध्यपट (thoracic diaphragm या केवल diaphragm) मानव एवं अन्य स्तनधारी प्राणियों के वक्ष गुहा एवं उदर गुहा के बीच में स्थित कंकाल पेशियों से बनी एक आन्तरिक चादर या झिल्ली है। [1] मध्यपट, दोनों गुहाओं को अलग करता है और श्वसन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब डायफ्राम सिकुड़ता है तब वक्ष गुहा का आयतन बढ़ जाता है जिससे उसमें एक ऋणात्मक दाब उत्पन्न होता है। इस ऋणात्मक दाब के कारण बाहार की हवा फेफड़ों में प्रवेश कर जाती है।[2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Campbell, Neil A. (2009). Biology: Australian Version (8th संस्करण). Sydney: Pearson/Benjamin Cumings. पृ॰ 334. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4425-0221-5.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जून 2020.