राजा शुद्धोदन राजा थे, सिद्धार्थ शाक्य के पिता थे। वह दक्षिण नेपाल में रहने वाले शाक्य लोगों के राजा थे। ये इक्ष्वाकु सूर्यवंशी क्षत्रिय थे। इनके पिता सिंहहनु थे, क्षत्रियों में सिंह शब्द की उपाधि भी इसी वंश शाक्य वंश से मिलती है इनके दो पुत्र थे। जिसमे बड़ा पुत्र सिद्धार्थ गौतम जो आगे चलकर गौतम बुध कहलाए थे ।

राजा शुद्धोदन अपने दरबार में

महावस्तु 35.22 में यह इस प्रकार वर्णित है:

सो सर्वं जम्बुद्वीपं ओलोकयि दिव्यलोचनेहि ऋषि । अद्दस शाक्यान कुले जातो शुद्धोदनसुतो यं ॥ २२ ॥[1]

हिंदी अनुवाद: द्रष्टा ने अपनी देव दृष्टि से पूरे जम्बूद्वीप का सर्वेक्षण किया और देखा कि शाक्य वंश में शुद्धोदन के घर एक पुत्र का जन्म हुआ है।

राजा शुद्धोदन इनकी दो पत्नियां थीं जिसमे महा माया से सिद्धार्थ शाक्य और गौतमी से नंद गौतम का जन्म हुआ था इनका राज्य कपिलवस्तु जो आज उत्तर प्रदेश में है ये इक स्वतंत्र गणराज्य था। सिद्धार्थ के घर छोड़कर जाने के वियोग में इनकी मृत्यु हो गई।


सन्दर्भ संपादित करें

  1. Verse 35.22 (2019-05-09). "Mahavastu". www.wisdomlib.org (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-04-10.