फ्रांस के विदेशमंत्री रॉबर्ट शूमाँ ने कोयला और स्टीम उत्पादन में सहयोग के लिए जर्मनी और फ्रांस के लिए एक योजना घोषित की। कुछ अन्य देशों को भी इसमें शामिल होने का न्यौता दिया गया। शूमाँ योजना इस विचार पर आधारित थी कि शांति के लिए यूरोपीय एकता बहुत ज़रूरी है। रॉबर्ट शूमाँ ने कहा कि उत्पादन में सहयोग से फ्रांस और जर्मनी के बीच सहयोग और दोस्ती की नई शुरूआत होगी और दोनों युद्ध से परे हटकर शांति के बारे में सोचना शुरू करेंगे।