सरदार एक उपाधि है जिसका अर्थ नायक या प्रधान होता है।सरदार भारतीय-ईरानी क्षेत्र में कई अलग संदर्भों में मुखिया को कहते हैं। भारतीय परिदृश्य में आजकल सिख अपने नाम के आगे सरदार शब्द का इस्तेमाल करते हैं, हालाँकि मध्यकालीन मराठा सेना के प्रमुख और शेरपा पर्वतारोही दल के मुखिया कुछ ऐसे उदाहरण हैं जहाँ इनका इस्तेमाल उल्लेखनीय है। स्वतंत्र भारत के प्रथम गृहमंत्री वल्लभ भाई पटेल के नाम में भी सरदार प्रयुक्त है - हालाँकि न तो वे सिक्ख थे और न ही पंजाब से। वाराणसी के ग्वालवंशी अहीरो को भी यह पदवी प्राप्त है।[1]

संदर्भ संपादित करें

  1. मुखर्जी, विशवनाथ (2009). बना रहे बनारस. भारतीय ज्ञानपीठ. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-263-1713-4.