सेलुलोस
रासायनिक उत्पाद
सेलुलोस[1] | |
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पहचान आइडेन्टिफायर्स | |
सी.ए.एस संख्या | [9004-34-6][CAS] |
कैमस्पाइडर आई.डी | |
गुण | |
आण्विक सूत्र | (C6H10O5)n |
दिखावट | white powder |
घनत्व | 1.5 g/cm3 |
गलनांक |
-28 °C, 245 K, 500-518 °F |
जल में घुलनशीलता | none |
Thermochemistry | |
फॉर्मेशन की मानक एन्थाल्पीΔfH |
−963,000 J/mol |
खतरा | |
NFPA 704 | |
यू.एस अनुज्ञेय अवस्थिति सीमा (पी.ई.एल) |
TWA 15 mg/m3 (total) TWA 5 mg/m3 (resp)[2] |
जहां दिया है वहां के अलावा, ये आंकड़े पदार्थ की मानक स्थिति (२५ °से, १०० कि.पा के अनुसार हैं। ज्ञानसन्दूक के संदर्भ |
सेलुलोस (Cellulose) एक कार्बनिक यौगिक है जिसका रासायनिक सूत्र (C6H10O5)n है। यह एक बहुशर्करा (पॉलीसैक्कराइड) है जिसमें एक ही प्रकार का अणु लगातार जुड़ने से एक हजारों अणुओं वाला पॉलीमर बन जाता है। बहुत सारे हरे पौधों की कोशिका भित्तियाँ सेलुलोस की ही बनी होतीं हैं और जीव-जगत में इसका बहुत महत्व है। कपास के रेशों का ९०% हिस्सा सेलुलोस होता है।[3]
इन्हें भी देखें संपादित करें
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
- ↑ "NIOSH Pocket Guide to Chemical Hazards #0110". National Institute for Occupational Safety and Health (NIOSH).
- ↑ Klemm, Dieter; Heublein, Brigitte; Fink, Hans-Peter; Bohn, Andreas (2005). "Cellulose: Fascinating Biopolymer and Sustainable Raw Material". Angew. Chem. Int. Ed. 44 (22). doi:10.1002/anie.200460587.