सोलोमन मन्दिर
सोलोमन मन्दिर अथवा सालोमन मंदिर का उल्लेख बाइबिल में प्रथम मंदिर के नाम से मिलता है।[1] इस मंदिर का निर्माण 10वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। लेकिन बेबीलोन के शासकों ने 586 ई. में इसे तोड़ डाला था। बाद में इस मंदिर का पुर्नर्निमाण किया गया। आज भी इस मंदिर के अवशेषों को देखा जा सकता है। यह मंदिर हिब्रू संप्रदाय से संबंधित है।
सोलोमन मन्दिर | |
---|---|
בֵּית־הַמִּקְדָּשׁ | |
धर्म संबंधी जानकारी | |
देवता | यहोवा |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | Ancient Jerusalem |
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 522 पर: "{{{map_type}}}" is not a valid name for a location map definition। | |
वास्तु विवरण | |
निर्माता | सुलैमान |
ध्वंस | 587 BC |
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ Clifford Mark McCormick (2002). Palace and Temple: A Study of Architectural and Verbal Icons. Walter de Gruyter. पपृ॰ 31–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-11-017277-5.