10 नवम्बर 2019
- 06:3506:35, 10 नवम्बर 2019 अन्तर इतिहास +433 कौशाम्बी जिला →बाहरी कड़ियां: मलूक आश्रम : संत मलूकदास को हिंदू व मुस्लिम धर्म के लोग एक समान मानते हैं। इनकी कुटी आज भी कड़ा में मौजूद है। लोग श्रद्धा के साथ यहां आते हैं। खास बात है कि मलूकदास का शिष्य फतेह खान एक मुस्लिम था। आज भी उसकी मजार मलूकदास की समाधी के ठीक सामने बनी है। टैग: यथादृश्य संपादिका
- 06:2306:23, 10 नवम्बर 2019 अन्तर इतिहास +143 कौशाम्बी जिला →ठहरने के स्थान: के मुख्यालय में कई ऐसे होटल हैं। जहां लोग रुक सकते हैं। ठहरने के लिए उचित व्यवस्था है, लेकिन फाइब स्टार होटलोंं की अपेक्षा उनकी सुविधा नहीं है। टैग: यथादृश्य संपादिका