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3 अप्रैल 2022
- 17:5017:50, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +2,820 सदस्य वार्ता:Karan Gahlawat CRSU jind →Morden history. M.Phil.... Research 📜 pepar...: नया अनुभाग टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 17:4817:48, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +2,792 सदस्य वार्ता:Karan Gahlawat CRSU jind →History......m Phil...: नया अनुभाग टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 17:4717:47, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +2,524 सदस्य वार्ता:Karan Gahlawat CRSU jind उत्तर भारत में काबुली कीकर किस प्रकार फैली- हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश इन का भूगोलिक आकार समतल मैदान है। जब १९९५ में बाड़ के समय पहाड़ी क्षेत्रों में से पानी के साथ बहाकर आई। जिस प्रकार जम्मू कश्मीर में काबुली लोग हरी सिंह के अलग देश की कल्पना पर काबुली लोग अपना अधिकार जमाने के लिऐ इस तरह फैल गए थे। पूरा जम्मू कश्मीर पर काबुली लोगों का अधिकार हो जाएं। उसी प्रकार हरियाणा के निचले भाग में ये पहाड़ी कीकर फैल गई थी। पहाड़ी किकारो को काबुली नाम दिया गया । ये कीकर राजस्थान के टीबी पर पाई जाती थी।... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 17:4617:46, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +14 सदस्य:Karan Gahlawat CRSU jind No edit summary टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 17:4417:44, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +1,214 सदस्य:Karan Gahlawat CRSU jind यहां पुरानी मोहन जादड़ो हड़प्पा से संबंधित यह गांव जब ढ़िगाना से अलग हो कर के बना और यह नन्दगढ़ पंचायत के आदेश पर कार्य हो इस से अलग हो कर जो पहला सरपंच बना वो 1.प्रभु 2.बदलू 3.दयान्d 4.वेद सिंह उर्फ बेदू 5.हरि सिंह 6.कृष्णा देवी गोर्धन.. पहली महिला सरपंच व उप-सरपंच प्रकाश 7. गोर्धन 8.बलवान 9.रनधीर धानक 10. सुमन रवीन्द्र 11.रवीन्द्र अब तक गांव में एक भव्य मंदिर है। गांव निजायपूर कि सिम लगती है। जीन्द गोहाना रोड ़़ ललित खेड़ा से दक्षिण कि तरफ़ 5किलो मिटर नन्दगढ़ किओर चलते हुए आता टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 17:4317:43, 3 अप्रैल 2022 अन्तर इतिहास +1,299 सदस्य:Karan Gahlawat CRSU jind उत्तर भारत में काबुली कीकर किस प्रकार फैली- हरियाणा पंजाब उत्तर प्रदेश इन का भूगोलिक आकार समतल मैदान है। जब १९९५ में बाड़ के समय पहाड़ी क्षेत्रों में से पानी के साथ बहाकर आई। जिस प्रकार जम्मू कश्मीर में काबुली लोग हरी सिंह के अलग देश की कल्पना पर काबुली लोग अपना अधिकार जमाने के लिऐ इस तरह फैल गए थे। पूरा जम्मू कश्मीर पर काबुली लोगों का अधिकार हो जाएं। उसी प्रकार हरियाणा के निचले भाग में ये पहाड़ी कीकर फैल गई थी। पहाड़ी किकारो को काबुली नाम दिया गया । ये कीकर राजस्थान के टीबी पर पाई जाती थी। टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन