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17 जून 2022

  • 04:1204:12, 17 जून 2022 अन्तर इतिहास −601 दैनिक भास्करNo edit summary टैग: Reverted References removed यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 04:0904:09, 17 जून 2022 अन्तर इतिहास −813 दैनिक भास्करपुरुष प्रधान समाज में महिलाओं स्थिति टिक वैसी ही 19 वी सदी में हुआ करती थी। और आज भी वैसी ही है। करती महिलाये हैं। और नाम पुरुषो का होता है। यह स्थिति वाकिय में सोचनीय हैं। हमारे भारत देश में आधे से ज्यादा महिलाये घर सम्भालती हैं। चाहें वो आर्थिक तौर पर हो या घरेलु तोर पर हों और सामाजिक तौर पर भी महिलाये हीं अपनी जिम्मेदारीयो को बड़ी बैखुबी निभाती हैं। पर पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को हमाशा तानों बानो से दिखाया है। टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन