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15 सितंबर 2021

  • 15:1715:17, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +1,079 पौड़ीचरक एक महर्षि एवं आयुर्वेद विशारद के रूप में विख्यात हैं। वे कुषाण राज्य के राजवैद्य थे। इनके द्वारा रचित चरक संहिता एक प्रसिद्ध आयुर्वेद ग्रन्थ है। इसमें रोगनाशक एवं रोगनिरोधक दवाओं का उल्लेख है तथा सोना, चाँदी, लोहा, पारा आदि धातुओं के भस्म एवं उनके उपयोग का वर्णन मिलता है। आचार्य चरक ने आचार्य अग्निवेश के अग्निवेशतन्त्र में कुछ स्थान तथा अध्याय जोड्कर उसे नया रूप दिया जिसे आज चरक संहिता के नाम से जाना जाता है । टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 14:5614:56, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +226 पौड़ीचरक डांड आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक की जन्मस्थली चरक डांडा , कोटद्वार से मात्र 25 किलोमीटर दूर खूबसूरत वादियों के बीच बसा हुआ एक छोटा सा गांव इस गांव की ऊंचाई लैंसडौन के लगभग बराबर है 6600 फीट, दिल्ली से मात्र 230 किलोमीटर दूर बेहद खूबसूरत हसीन वादियों की भूमि जो एक बार यहां आए यहां का ही होकर रह जाए अपकमिंग टूरिस्ट प्लेस ऑफ पौड़ी गढ़वाल जिन पर्यटक को लीक से हटकर कुछ देखना है उनके लिए बेहद खूबसूरत जगह, ठहरने के लिए तीन 4 स्टार रिजॉर्ट उपलब्ध है टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 14:5214:52, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +924 पौड़ीचरक डांड आयुर्वेद के जनक महर्षि चरक की जन्मस्थली चरक डांडा , कोटद्वार से मात्र 25 किलोमीटर दूर खूबसूरत वादियों के बीच बसा हुआ एक छोटा सा गांव , दिल्ली से मात्र 230 किलोमीटर दूर बेहद खूबसूरत हसीन वादियों की भूमि जो एक बार यहां आए जहां का ही होकर रह जाए अपकमिंग टूरिस्ट प्लेस ऑफ पौड़ी गढ़वाल जिन प्रेरकों को लीक से हटकर कुछ देखना है उनके लिए बेहद खूबसूरत जगह टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन