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19 जून 2021
- 06:0806:08, 19 जून 2021 अन्तर इतिहास −815 अत्रि यह अत्री(Attri) जाट गोत्र है। अत्री वंश, शतपथ ब्राह्मण, मार्कण्डेय पुराण और महाभारत में भी इसको जाति (संघ) लिखा है। महाभारत में लिखा है कि अत्री गोत्र का राजा इन्द्रदमन ब्राह्मणों को अनेक प्रकार के दान देता था[22]। मध्यकाल में अलीगढ़ जिले के खडे़हा गांव से यह अत्री जाटवंश लोकप्रसिद्ध हुआ। इसी गांव से चलकर इस वंश के लोग अलीगढ जिले की खैर और टप्पल तहसीलों में जाकर बस गये, जहां पर इनके 60 गांव हैं। नोएडा(गौतम बुद्ध नगर) में भवोकरा और नीमका खाजपुर गांवों के जाट अति उन्नतिशील हैं। ये लोग खड़ेहा गा... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन