2409:4056:209F:CC27:959C:98A8:88A9:6383 के सदस्य योगदान
Results for 2409:4056:209F:CC27:959C:98A8:88A9:6383 वार्ता अवरोध लॉग लॉग global block log दुरुपयोग लॉग
27 मई 2018
- 21:2521:25, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +264 कुण्डलिनी कुंडलिनी मोक्ष टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:2021:20, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,736 कुण्डलिनी →शिव कुंडलिनी शिव धर्म: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:1821:18, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,693 शिव →शिव धर्म: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जाग... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:1721:17, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,761 शिव →शिव धर्म शिव स्वरूप: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष ... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:1121:11, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +54 निर्वाण शिव टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0821:08, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,686 निर्वाण शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0621:06, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,707 मोक्ष →अद्वैत वेदांत: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीन... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0321:03, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,707 हिन्दू दर्शन →शैव तथा शाक्त दर्शन: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष क... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0221:02, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास −9 हिन्दू दर्शन शिव टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 21:0221:02, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +4,403 साँचा:हिन्दू दर्शन शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:5820:58, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,709 पूजा शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:5620:56, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास −540 मोक्ष →शिव धर्म: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जाग... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:5420:54, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,707 मोक्ष शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:5220:52, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास 0 कर्म शिव टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:5020:50, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +7 धर्म (पंथ) →शिव धर्म !: धर्म टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:4920:49, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास −147 धर्म (पंथ) →शिव धन!: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागर... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:4620:46, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,689 धर्म (पंथ) →शिव धर्म: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जाग... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:4520:45, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,254 धर्म (पंथ) शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:4020:40, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,708 दशलक्षण धर्म शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:3920:39, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,706 धर्म →हिन्दू समुदाय: शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीन... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
- 20:3820:38, 27 मई 2018 अन्तर इतिहास +6,717 धर्म शिव धर्म शिव धर्म Shiv Dharma जीवन को सार्थक बनाने के लिए , पाचं मुख्य पुरुषार्थों - 1- धर्म, 2- अर्थ, Lakshmi धन 3- काम शिव के प्रति प्रेम 4- मोक्ष- Sehsrar Chakra 5- पराब्रम्हा शिव शक्ति इन पाचं स्तम्भों पर ही आत्मा बीज रूप में मुलाधार आत्मा का आधार है। १- प्रथम है धर्म - विजय भाव ऊर्जा , की विजय केवल अन्त मे सत्य की ही होती है। शिव धर्म द्वारा ही बाकी स्तम्भों को ऊर्जा प्राप्त होती है। इस स्तम्भ बीज रूप को ऊर्जा शिव लिंग द्वारा प्राप्त होती रहती है। यहीं से मोक्ष कुंडलीनी जागरण ओर सम्पूर्ण... टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन