"भीमराव आम्बेडकर": अवतरणों में अंतर

बौद्ध धर्म में परिवर्तन: बावीस प्रतिजिज्ञा
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
बाबासाहेब
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 122:
e:Annal Ambedkar Manimandapam.jpg|thumb|left|200px|अन्नाल अम्बेडकर मनिमंडपम, चेन्नई]]
[[File:Ambedkar.JPG|thumb|right|200px|पुणे संग्रहालय में अम्बेडकर की प्रतिमा।]]
1948 से, अम्बेडकर [[मधुमेह]] से पीड़ित थे। जून से अक्टूबर 1954 तक वो बहुत बीमार रहे इस दौरान वो कमजोर होती दृष्टि से ग्रस्त थे। राजनीतिक मुद्दों से परेशान अम्बेडकर का स्वास्थ्य बद से बदतर होता चला गया और 1955 के दौरान किये गये लगातार काम ने उन्हें तोड़ कर रख दिया। अपनी अंतिम पांडुलिपि बुद्ध और उनके धम्म को पूरा करने के तीन दिन के बाद '''6 दिसम्बर 1956''' को अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण नींद में दिल्ली में उनके घर मे हो गया। [[7 दिसंबर]] को [[मुबंईमुंबई]] में [[दादर]] [[चौपाटी समुद्र तट]] पर बौद्ध शैली मे अंतिम संस्कार किया गया जिसमें उनके लाखों समर्थकों, कार्यकर्ताओं और प्रशंसकों ने भाग लिया। उनके अंतिम संस्कार के समय उन्हें साक्षी रखकर 10उनके लाखकरीब 10,00,000 लोगोंअनुयायीओं ने [[बौद्ध धर्म]] की दीक्षा ली।ली थी, ऐसा विश्व इतिहास में पहिली बार हुआ।
 
मृत्युपरांत अम्बेडकर के परिवार मे उनकी दूसरी पत्नी [[डॉ. सविता अम्बेडकर]] रह गयी थीं जो, जन्म से ब्राह्मण थीं पर उनके साथ ही वो भी धर्म परिवर्तित कर बौद्ध बन गयी थीं।थीं, तथा [[दलित बौद्ध आंदोलन]] में बाबासाहेब के बाद (बाबासाहेब के साथ) बौद्ध बनने वाली वह पहिली व्यक्ति थी। विवाह से पहले उनकी पत्नी का नाम डॉ. शारदा कबीर था। डॉ. सविता अम्बेडकर की एक बौद्ध के रूप में सन 2002 में मृत्यु हो गई, अम्बेडकर के पौत्र, [[प्रकाश यशवंत अम्बेडकर]], [[भारिपा बहुजन महासंघ]] का नेतृत्व करते है और भारतीय [[संसद]] के दोनों सदनों मे के सदस्य रह चुके है।
 
कई अधूरे टंकलिपित और हस्तलिखित मसौदे अम्बेडकर के नोट और पत्रों में पाए गए हैं। इनमें ''वैटिंग फ़ोर ए वीसा'' जो संभवतः 1935-36 के बीच का आत्मकथानात्मक काम है और ''अनटचेबल'', ऑर ''द चिल्ड्रन ऑफ इंडियाज़ घेट्टो'' जो 1951 की जनगणना से संबंधित है।
पंक्ति 130:
एक स्मारक अम्बेडकर के दिल्ली स्थित उनके घर 26 अलीपुर रोड में स्थापित किया गया है। अम्बेडकर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश रखा जाता है। 1990 में उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान [[भारत रत्न]] से सम्मानित किया गया है। कई सार्वजनिक संस्थान का नाम उनके सम्मान में उनके नाम पर रखा गया है जैसे [[हैदराबाद]], आंध्र प्रदेश का '''डॉ॰ अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय''', '''बी आर अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय- मुजफ्फरपुर''', '''डॉ॰ बाबासाहेब अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा [[नागपुर]]''' में है, जो पहले सोनेगांव हवाई अड्डे के नाम से जाना जाता था। अम्बेडकर का एक बड़ा आधिकारिक चित्र भारतीय संसद भवन में प्रदर्शित किया गया है।
 
मुंबई मे उनके स्मारक हर साल लगभग पाँचपंधरा लाख लोग उनकी वर्षगांठ (14 अप्रैल), पुण्यतिथि (6 दिसम्बर) और धम्म चक्रधम्मचक्र परिवर्तन् दिन (14 अक्टूबर) नागपुर में, उन्हे अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इकट्ठे होते हैं। सैकड़ों पुस्तकालय स्थापित हो गये हैं और लाखों रुपए की पुस्तकें बेची जाती हैं। अपने अनुयायियों को उनका महान संदेश था !' <big>'''शिक्षित बनो, संगठित रहो, और संघर्ष करो।'''</big>
 
== ग्रामीण जीवन पर अम्बेडकर बनाम गांधी ==