"भीमराव आम्बेडकर": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Sandesh9822 (वार्ता | योगदान) |
Sandesh9822 (वार्ता | योगदान) No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 11:
|death_place=[[दिल्ली]], [[भारत]]
|death_date={{Death date and age|1956|12|6|1891|4|14|df=y}}
|title = [[भारत|आधुनिक भारत के निर्माता]]<br /> [[मानवाधिकार|मानव अधिकारों के महान नेता]]<br />[[भारत का संविधान|भारतीय संविधान के निर्माता]]<br />[[बहुश्रुत|विश्व के सबसे प्रतिभाशाली व्यक्ति]]<br />[[सबसे महानतम भारतीय|विश्व के सबसे महानतम भारतीय]]<br />[[भारत में बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान|बौद्ध धर्म के प्रवर्तक - पुनरुत्थानी]]<br />[[भारत का मंत्रिमंडल|भारत के प्रथम कानून मंत्री]]<br /> [[अर्थशास्त्र|भारतीय अर्थक्रांति के जनक]]<br /> [[दलित|करोड़ो शोषित पिडीतों के मसिहा]]<br /> [[शिक्षा|भारत के सबसे शिक्षित व्यक्ति]]
|education= बीए., एमए., पीएच.डी., एम.एससी., डी. एससी., एलएल.डी., डी.लिट., बार-एट-लॉ (कुल ३२ डिग्रियाँ अर्जीत)
|alma_mater = [[मुंबई विश्वविद्यालय]], [[भारत]]<br />[[कोलंबिया विश्वविद्यालय]], [[संयुक्त राज्य|अमेरिका]]<br />[[लंदन विश्वविद्यालय]], [[संयुक्त राजशाही|यु. के.]]<br />[[:en:London School of Economics|लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स]], [[संयुक्त राजशाही|यु. के.]]<br /> [[बर्लिन विश्वविद्यालय]], [[जर्मनी]]
पंक्ति 25:
}}
''' डॉ॰ भीमराव रामजी अंबेडकर''' ( [[१४ अप्रैल]], [[१८९१]] – [[६ दिसंबर]], [[१९५६]] ) विश्व स्तर के भारतीय [[विधिवेत्ता]], [[अर्थशास्त्री]], [[राजनीतिज्ञ]], [[समाज शास्त्री]], [[मानवविज्ञानी]], [[संविधानविद्]], [[लेखक]], [[दार्शनिक]], [[इतिहासकार]], [[धर्मशास्त्री]], [[वकील]], विचारक, [[शिक्षाविद]], [[प्रोफ़ेसर]], [[पत्रकार]], [[बोधिसत्व]], [[संपादन|संपादक]], [[क्रांतिकारी]], [[समाज सुधारक]], [[भाषाविद]], जलशास्त्री, [[स्वतंत्रता सेनानी]], [[बौद्ध धर्म]] के प्रवर्तक, सत्याग्रही (आंदोलक), दलित-शोषित मानव अधिकारों के संघर्ष के प्रमुख नेता थे और वे [[भारतीय संविधान]] के '''शिल्पकार''' भी है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर [[भारत के सामाजिक आन्दोलन]] के सबसे बड़े नेता थे। वे [[
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी का जन्म एक गरीब परिवार मे हुआ था। एक [[अछूत]] परिवार में जन्म लेने के कारण उन्हें सारा जीवन नारकीय कष्टों में बिताना पड़ा। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने अपना सारा जीवन [[हिंदू धर्म]] की [[हिन्दू वर्ण व्यवस्था|चतुवर्ण प्रणाली]] और भारतीय समाज में सर्वव्यापित जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में बिता दिया। [[हिंदू धर्म]] में मानव समाज को चार वर्णों में वर्गीकृत किया है। जो इस प्रकार है- [[ब्राह्मण]], [[क्षत्रिय]], [[वैश्य]] और [[शूद्र]]। बाबासाहेब ने इस व्यवस्था को बदलने के लिए सारा जीवन कठीण संघर्ष किया है। इसलिए उन्होंने [[बौद्ध धर्म]] को ग्रहण करके इसके समतावादी विचारों से समाज में समानता स्थापित कराई। हालांकी वे बचपन से बुद्ध के अनुयायी थे। उन्हें [[दलित बौद्ध आंदोलन]] को प्रारंभ करने का श्रेय भी जाता है। डॉ॰ बाबासाहेब अम्बेडकर को महापरिनिर्वाण के ३४ वर्ष बाद सन [[१९९०]] में [[भारत रत्न]] से भी सम्मानित किया गया है, जो भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
|