"भीमराव आम्बेडकर": अवतरणों में अंतर

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→‎व्यक्तिगत जीवन: तीन उपास्य
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आम्बेडकर जब पाँचवी अंग्रेजी कक्षा पढ रहे थे, तब उनकी शादी [[रमाबाई आम्बेडकर| रमाबाई]] से हुई। रमाबाई और भीमराव को पाँच बच्चे भी हुए - जिनमें चार पुत्र: यशवंत, रमेश, गंगाधर, राजरत्न और एक पुत्री: इन्दु थी। किंतु 'यशवंत' को छोड़कर सभी संतानों की बचपन में ही मृत्यु हो गई थीं।
आम्बेडकर ने कहां है की, उनका जीवन तीन गुरुओं और तीन उपास्यों से बना है। उन्होंने जिन तीन महान व्यक्तियों को अपना [[गुरु]] मानतेमाना थे।जिसमे उनके पहले गुरु थे [[तथागत]] [[गौतम बुद्ध]], दूसरे थे [[संत]] [[कबीर]] और तीसरे गुरु थे [[महात्मा]] [[ज्योतिबाज्योतिराव फुले]]। तथा उनके तीन उपास्य (देवता) थे — ज्ञान, स्वाभिमान और शील।<ref>[https://hindi.news18.com/news/nation/important-facts-about-baba-sahib-bheem-rao-ambedkar-1188525.html जाने कैसे बाबा साहेब ने बुद्ध के तीन सूत्रों को लोकप्रिय नारों में बदल दिया]</ref><ref>[https://www.jansatta.com/sunday-column/ambedkar-statue-at-sppu-univ-shows-new-clay-model-to-critics-before-casting-bronze/90463/]</ref><ref>[https://www.nationalindianews.in/india/dr-br-ambedkar/]</ref><ref>[http://sainimali.com/jyotibaPhule.aspx]</ref>
 
==राजनीतिक जीवन==