"भीमराव आम्बेडकर": अवतरणों में अंतर

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आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने [[कोलंबिया विश्वविद्यालय]] और [[लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स]] दोनों ही विश्वविद्यालयों से [[अर्थशास्त्र]] में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा [[विधि]], [[अर्थशास्त्र]] और [[राजनीति विज्ञान]] में शोध कार्य भी किये थे।<ref name="auto1">{{Cite web|url=https://www.hindustantimes.com/india/archives-released-by-lse-reveal-br-ambedkar-s-time-as-a-scholar/story-N2sq6Bm6OlxwQZkz6vBzvM.html|title=Archives released by LSE reveal BR Ambedkar’s time as a scholar|date=9 फ़र॰ 2016|website=https://www.hindustantimes.com/|accessdate=25 अप्रैल 2019}}</ref> व्यावसायिक जीवन के आरम्भिक भाग में ये अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवं वकालत भी की तथा बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में अधिक बीता। तब आम्बेडकर भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और चर्चाओं में शामिल हो गए और पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत और भारत के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।<ref>{{Cite web|url=https://zeenews.india.com/hindi/india/zee-jankari-important-facts-of-dr-bhimrao-ambedkar/288606|title=Zee जानकारी : किसने रची थी डॉ. अंबेडकर के बारे में भ्रम फैलाने की साजिश|date=15 अप्रैल 2016|website=Zee News Hindi|accessdate=25 अप्रैल 2019}}</ref>
 
1956 में उन्होंने [[बौद्ध धर्म]] अपना लिया। 1990 में, उन्हें [[भारत रत्न]], भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। [[१४ अप्रैल]] को उनका जन्म दिवस [[आंबेडकर जयंती|आम्बेडकर जयंती]] एक तौहार के रूप में भारत समेत दुनिया भर में मनाया जाता है।<ref>http://ccis.nic.in/WriteReadData/CircularPortal/D2/D02est/12_6_2015_JCA-2-19032015.pdf Ambedkar Jayanti from ccis.nic.in on 19th March 2015</ref> आम्बेडकर की विरासत में लोकप्रिय संस्कृति में कई स्मारक और चित्रण शामिल हैं।<ref>{{Cite web|url=https://m.economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/bhimrao-ambedkar-cult-spreading-across-world/articleshow/64364628.cms?from=mdr|title=Bhimrao Ambedkar cult spreading across world|first=Subodh|last=Ghildiyal|date=29 मई 2018|via=The Economic Times}}</ref><ref>{{Cite web|url=https://timesofindia.indiatimes.com/india/cult-of-bhim-spreading-across-world/articleshow/64361330.cms|title=Bhim: Cult of Bhim spreading across world &#124; India News - Times of India|website=The Times of India}}</ref>
 
== प्रारंभिक जीवन ==
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आंबेडकर की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में ₹10 और ₹125 के सिक्के 2015 में प्रचलन के लिए जारी किए गए थे।<ref>{{cite web|url=https://www.financialexpress.com/economy/pm-narendra-modi-releases-rs-10-rs-125-commemorative-coins-honouring-dr-babasaheb-ambedkar/175185/|title=PM Narendra Modi releases Rs 10, Rs 125 commemorative coins honouring Dr Babasaheb Ambedkar|date=6 December 2015|website=The Financial Express|access-date=16 January 2019}}</ref>
 
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने आंबेडकर के जीवन, कार्य और दर्शन को विदेशों में प्रस्तुत करने के वास्ते एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का निर्णय लिया हैं। फिल्म का शीर्षक होगा 'मूकनायक' जो कि आंबेडकर के पहले अखबार का नाम था। इस फिल्म का निर्माण ऑल टाइम प्रोडक्शन्स नामक एक निजी कंपनी करेगी। ऑल टाइम प्रोडक्शन्स बयान के अनुसार, 'नायकों और प्रतीकों को ढूंढती वर्तमान दुनिया में आंबेडकर की कहानी रहस्यपूर्ण है– विदेशों में एक तरह से अनकही– और भारत में ठीक से नहीं समझी गई।'<ref>{{Cite web|url=https://theprint.in/india/governance/mooknayak-modi-govt-plans-documentary-to-showcase-b-r-ambedkar-to-the-world/157092/|title=‘Mooknayak’: Modi govt plans documentary to showcase B.R. Ambedkar to the world}}</ref><ref>{{Cite web|url=https://hindi.theprint.in/india/mooknayak-modi-govt-plans-documentary-to-showcase-br-ambedkar-to-the-world/37458/|title=‘मूकनायक’: डॉक्यूमेंट्री के ज़रिये आंबेडकर को दुनिया के समक्ष पेश करेगी सरकार}}</ref>
 
== फिल्में और धारावाहिक ==