'''डॉ॰डॉक्टर हरिसिंहहरीसिंह गौर विश्वविद्यालय (डॉ.ह.गौ.वि.)''' [[भारत]] के [[मध्य प्रदेश]] के [[सागर जिला|सागर जिले]] में स्थित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसको '''सागर विश्वविद्यालय''' के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना डॉ॰ [[हरिसिंह गौर]] ने [[१८ जुलाई]] [[१९४६]] को अपनी निजी पूंजी से की थी। अपनी स्थापना के समय यह भारत का १८वाँ विश्वविद्यालय था। किसी एक व्यक्ति के दान से स्थापित होने वाला यह देश का एकमात्र विश्वविद्यालय है। वर्ष [[१९८३]] में इसका नाम डॉ॰'''डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय (डॉ.ह.गौ.वि.)''' कर दिया गया। [[२७ मार्च]] [[२००८]] से इसे केन्द्रीय विश्वविद्यालय की श्रेणी प्रदान की गई है।<ref>{{cite web|url= http://www.timesofmp.com/sampadak4.asp|title= सागर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की उपलब्धि|access-date= [[३ फरवरी]] [[२००९]]|format= एएसपी|publisher= एमपीटाइम्स|language= |archive-url= https://web.archive.org/web/20180402104753/http://www.timesofmp.com/sampadak4.asp|archive-date= 2 अप्रैल 2018|url-status= dead}}</ref>