"कारुवाकी": अवतरणों में अंतर

Shaastrii Kamalaapati Tivaarii (1928). Mauyyarkaaliin Bhaarat. पृ॰ 224.
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Vidhyalankar, Satyaketu (1971). Maurya Samrajaya Ka Itihash. पृ॰ 615.
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राधाकुमुद मुखर्जी के अनुसार राजकूमार तिवर के नाम का अर्थ तीन वर है अर्थात् बुद्ध धम्म और संघ।<ref>{{Cite book|url=https://books.google.com/books/about/_.html?id=D-OWASd469EC#v=onepage&q=%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%82%E0%A4%AA%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B7%E0%A4%BE%20%E0%A4%B5%E0%A4%9A%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%A8%E0%A4%BE%20%E0%A4%B8%E0%A4%B5%E0%A4%A4&f=false|first=राधाकुमुद| last= मुखर्जी|page=२३८|title=अशोक}}</ref> यह सम्राट अशोक का ज्येष्ठ पुत्र था, जो जीवित रहने पर उसके बाद भारतीय साम्राज्य सिंहासन का अधिकारी होता। पर ऐसा जान पड़ता है कि सम्राट अशोक का यह पुत्र उनके जीवन काल में ही इस संसार से चल बसा था ।<ref>{{Cite book|url=http://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.494131|title=Mauyyarkaaliin Bhaarat|last=Shaastrii Kamalaapati Tivaarii|quote=अशोक का ज्येष्ठ पुत्र था, जो जीवित रहने पर उसके बाद भारतीय साम्राज्य सिंहासन का अधिकारी होता। पर ऐसा जान पड़ता है कि अशोक का यह पुत्र उसके जीवन काल में ही इस संसार से चल बसा था ।|page=224|date=1928}}</ref>
 
 
इस दिल्ली-टोपरा स्तम्भ का निर्माण सर्वप्रथम अशोक ने किया था और उसपर अपने लेख लिखवाए थे बाद में कुछ अन्य लोगों ने भी उसपर अपने लेख लिखवा दिए :<ref>{{Cite book|url=https://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.441552/page/n637/mode/1up?q=%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%80|title=Maurya Samrajaya Ka Itihash|page=615|last=Vidhyalankar|first=Satyaketu|date=1971}}</ref>
 
# अशोक द्वारा उत्त्कीर्ण कराया गया एक अन्य लेख जो कौशाम्बी के महामात्र के नाम आदेश के रूप में है। इसमें संघ (भिक्षुसंघ) को भंग करने वालों के लिये दण्ड की व्यवस्था की गई है।
# एक अन्य लेख जिसमें तीवर की माता द्वितीय महारानी के दान-पुण्य का उल्लेख है।
# समुद्रगुप्त की प्रशस्ति अभिलेख , यह अभिलेख ब्राह्मी भाषा में है जिससे यह जान पढ़ता है की समुद्रगुप्त ने अशोक के उपर लिखे ब्राह्मी लेख को पढ़ा होगा और उसके स्तंभ पर अशोक के लेख के नीचे अपने लेख को लिखवा कर उसके जैसे प्रसिद्धि पानी चाही होगी।
# जहाँगीर का एक लेख ।
# राजा बीरबल का लेख ।
 
== प्रचलित संस्कृति में ==