"ग्वालवंशी": अवतरणों में अंतर
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'''अहीर ग्वालवंश''' [[गोंड|श्रीकृष्ण के वंशज है]] अहीर जाती की मूल इन्हें से हैं। ''डॉ.रसेल'' ने भी उल्लेख किया है कि ''ग्वालवंशी'' निश्चित रूप से सबसे श्रेष्ठ है जिनसे आगे कई इन्हीं से यदुवंश आगे निकला ये श्रीकृष्ण के रोमकूप उत्पन्न हुए हैं''। वह आगे बताते हैं कि '''ग्वाल''' या '''ग्वालवंशी अहीर''' और सबसे ज्यादा देशप्रेमी कृष्ण भक्त होते हैं .<ref>https://books.google.co.in/books?id=72DFmlOlViEC&pg=PA372&dq=gowari+gwal&hl=en&newbks=1&newbks_redir=0&source=gb_mobile_search&sa=X&ved=2ahUKEwjf0fOCm6WGAxUUr1YBHeWrAlgQ6wF6BAgNEAU#v=onepage&q=gowari%20gwal&f=false</ ref><ref>https://books.google.co.in/books?id=GulBDMgxcU0C&pg=PA192&dq=gwala+gwar&hl=en&newbks=1&newbks_redir=0&source=gb_mobile_search&sa=X&ved=2ahUKEwi48eL3m6WGAxW5sVYBHeFaAnEQ6wF6BAgIEAU#v=onepage&q=gwala%20gwar&f=false</ref>''
''बिजनौर'' मे ग्वाल या [[ग्वाल]] को '''उच्च''' माना जाता है, किंवदंती के अनुसार ये असली अहीरों [[नौकर |अहीर है]] जो व्रजमंडल से विस्थापित होके
'''ग्वालवंशी''' [[ग्वाला|गोप]] अहीर जाति' को [[उत्तर प्रदेश]] मे सरदार कहा गया है.<ref>https://books.google.co.in/books?id=2xSZqwkA5VwC&pg=PA69&dq=gual+ahirs&hl=en&newbks=1&newbks_redir=0&source=gb_mobile_search&sa=X&ved=2ahUKEwiJwqTYmaOGAxW-zDgGHUW1D_U4ChDrAXoECAkQBQ#v=onepage&q=gual%20ahirs&f=false</ref>
इनका निकास
== इतिहास ==
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