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'''सैनी''' ( [[शूरसेन|शूरसैनीसूर्यवंशी]] )(क्षत्रिय सैनी जाती)भारत की एक क्षत्रिय जाति है जो पारम्परिक रूप से कृषि से जुड़े हुएहुये हैं ।हैं। जो किसूर्यवंशी महाराजा [[शूरसेन]] जी के वंशज हैं ।<ref>{{Cite web|url=https://sites.google.com/view/saini-caste/|title=SAINI CASTE HISTORY|website=sites.google.com|language=hi|access-date=2024-05-30}}</ref>हैं। भारतीय राज्यों [[उत्तर प्रदेश]],<ref name=":0">{{Cite web|url=https://www.news18.com/news/opinion/17-most-backward-castes-may-play-kingmaker-as-purvanchal-gears-up-to-vote-in-final-phase-2141707.html|title=17 Most Backward Castes May Play Kingmaker as Purvanchal Gears Up to Vote in Final Phase|website=न्यूज़18|date=15 मई 2019 |access-date=26 फ़रवरी 2023}}</ref> [[पंजाब (भारत)|पंजाब]],<ref name=":1">{{Cite web|url=https://indianexpress.com/article/india/india-news-india/saini-swarnkarsunar-communities-to-be-backward-classes-in-punjab-3024245/|title=Saini, Swarnkar/Sunar communities to be backward classes in Punjab|date=10 सितम्बर 2016|website=द इंडियन एक्सप्रेस|language=en-US|access-date=26 फ़रवरी 2023}}</ref> [[हरियाणा]],<ref>{{Cite news|url=https://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/haryana-government-adds-kushwaha-keori-maurya-castes-to-bc-list/articleshow/25267747.cms?from=mdr|title=Haryana government adds Kushwaha, Keori, Maurya castes to BC list|date=5 नवम्बर 2013|work=द इकोनॉमिक टाइम्स|access-date=26 फ़रवरी 2023}}</ref> [[राजस्थान]]<ref>{{Cite web|url=https://www.hindustantimes.com/india-news/rajasthan-assembly-polls-2018-rss-stronghold-anta-has-been-electing-influential-leaders/story-1PBDYFzDd0luazjapjzpfK.html|title=Rajasthan assembly polls 2018: RSS stronghold, Anta, has been electing influential leaders|date=11 सितम्बर 2018|website=हिन्दुस्तान टाइम्स |language=en|access-date=26 फ़रवरी 2023}}</ref> और [[मध्य प्रदेश]]<ref>{{Cite web|url=https://timesofindia.indiatimes.com/city/bhopal/Commission-starts-hearing-on-inclusion-of-OBCs-from-Madhya-Pradesh/articleshow/42244508.cms|title=Shubha Mudgal: Commission starts hearing on inclusion of OBCs from Madhya Pradesh|last=|first=|website=द टाइम्स ऑफ़ इंडिया|language=en|access-date=26 फ़रवरी 2023}}</ref> एवं भारत सरकार के अधिनस्थ [[भारत में आरक्षण|सरकारी नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों]] में सैनी समाज को [[अन्य पिछड़ा वर्ग]] (अपिवा) में रखा गया है।<ref>{{Cite web|url=http://chdengineering.gov.in/pages/list_obc.pdf|title=CENTRAL LIST OF OTHER BACKWARD CLASSES|website=CHANDIGARH ENGINEERING DEPARTMENT|access-date=26 फ़रवरी 2023|archive-date=4 नवंबर 2019|archive-url=https://web.archive.org/web/20191104122022/http://www.chdengineering.gov.in/pages/list_obc.pdf|url-status=dead}}</ref>
{{ज्ञानसन्दूक जाति
| caste_name = सैनी
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| nishan =
| devak =
| religions = [[हिन्दू धर्म]] और [[सिख धर्म]]
| languages = [[शौरसेनी]] ,[[हरियाणवी]], [[पंजाबी]], [[हिंदी]]
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}}
1857 के भारतीय विद्रोह के बाद ब्रिटिश राज युग के दौरान एक वैधानिक कृषि जनजाति और एक नामित मार्शल रेस दोनों के रूप में सैनी मुख्य रूप से कृषि और सैन्य सेवा दोनों में लगे हुए थे ।
 
==सैनी कितने प्रकार के होते हैं==
सैनी एक ही प्रकार के होते थे , सैनी प्राचीन "शूरसैनी जाति" से संबंधित है । उत्तर भारत में प्राचीन शूरसैनी जाति से संबंध रखने वाले लोग अपने आप को सैनी बोलते थे ।<ref>{{Cite web|url=https://news.sainicaste.com/2024/02/shoorsaini.html|title=SHOORSAINI {{!}} कौन होते हैं शूरसैनी ?|website=Saini News|language=en|access-date=2024-05-28}}</ref>
 
उत्तर भारत के कई अन्य जातियों ने एक षड्यंत्र के तहत सैनी जाति के नाम इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है , <ref>{{Cite web|url=https://themahamaya.com/articles/uttar-pradesh-vidhan-sabha-mourya-kushwaha-shakya-shaini/|title=उत्तर-प्रदेश में मौर्य, कुशवाहा, शाक्य, सैनी समाज का राजनीतिक प्रतिनिधित्व- एक झलक|last=Mourya|first=Dr Raj Bahadur|date=2021-09-03|website=The Mahamaya|language=hi-IN|access-date=2024-05-28}}</ref> <ref>{{Cite web|url=https://www.kushwahashadi.com/|title=Kushwahashadi.com|last=KushwahaShadi|website=Kushwahashadi.com|language=en|access-date=2024-05-28}}</ref>इसलिए आज-कल सैनी जाति के लोगों को कई प्रकार का माना जाता है । आज भारत में कई अन्य जाति के लोग सैनी जाति के नाम का इस्तेमाल करते हैं जैसे की :-
 
1 . '''माली''' ( फूले माली, हल्दी माली, काछी माली, जीरे माली, काछी, मेवाड़ा माली, बाग़बान, सानी, कजोरिया माली, वन माली, रामी माली, ढीमर माली ,भागीरथी माली, माहुर माली, बहनिये माली, भादरिया माली और भुजबल माली आदि ) ।<ref>{{Cite web|url=https://www.thesainisamaj.com/|title=माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य समाज|date=2022-07-09|website=माली, सैनी, कुशवाहा, शाक्य और मौर्य समाज|access-date=2024-05-28}}</ref>
 
2 . '''गोले''' '''सैनी'''( क्षत्रिय शूरसैनी )<ref>{{Cite web|url=https://jankaritoday.com/gole-saini-history/|title=गोले सैनी हिस्ट्री, History of gole saini|last=Bhartiya|first=Ranjeet|date=2023-01-08|website=Jankari Today|language=en-GB|access-date=2024-05-28}}</ref> वास्तव में गोले शब्द शूरसैनी जाति के द्वारा कुछ चिह्नित क्षेत्रों में प्रयोग किया गया , जैसे सहारनपुर, मुज़फ़्फ़रनगर, शामली, देहरादून और हरिद्वार। इन क्षेत्रों के ये सैनी वास्तव में पंजाब से ही गुरु रामराय जी के अनुयायी के रूप में विस्थापित होकर आये थे, ये विस्थापन तब का है , जब गुरु रामराय जी पंजाब से आये और दून घाटी में उन्होंने डेरा डाला, इस डेरा के दून घाटी में होने के कारण ही इस जगह का नाम डेरादून/देहरादून पड़ा। अन्य गोले सैनी बाद में भी उत्तरी हरियाणा व पंजाब से आए थे। ये यहाँ आकर स्वयं को अन्यों से अलग दिखाने के लिए गोले सैनी बोलने लगे ।
 
3 . '''भागीरथी माली''' <ref>{{Cite web|url=https://bhagirathgangasewasamiti.blogspot.com/p/19-12-8-60-60-60-4-21-17-20.html|title=सैनी समाज का इतिहास|last=Author|first=Nama|access-date=2024-05-28}}</ref>
 
4 . '''सैनिक क्षत्रीय माली''' ( गहलोत ,पवार, भाटी, चौहान , राठौर, सोलंकी और तंवर आदि ) ।<ref name=":0" /> <ref>{{Cite web|url=http://sodalpur.blogspot.com/2016/04/blog-post_1.html|title=Sodalpur: क्षत्रिय मारवाड़ी समाज का इतिहास|last=Unknown|date=2016-04-01|website=Sodalpur|access-date=2024-05-28}}</ref>
 
                     जब सैनी जाति में अन्य जाति के लोग शामिल होते हैं तो इससे भारत की "शूरसैनी क्षत्रिय जाति" की छवि खराब होती है , इन अन्य जातियों के लोगों को सैनी जाति में शामिल करने के लिए सैनी जाति के संगठन और नेता सहयोग करते हैं । सैनी जाति के संगठन पैसे के स्वार्थ के लिए और सैनी नेता अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए इन अन्य जातियों को सैनी जाति से जोड़ने का कार्य करता है ।
 
 
==इतिहास==
 
<ref>{{Cite web|url=https://www.sainicaste.com/|title=SAINI CASTE HISTORY|website=www.sainicaste.com|language=hi|access-date=2024-05-28}}</ref> सैनी उत्तर भारत की एक क्षत्रिय शूरसैनी जाति है , इस जाति के लोगों को शूरसैनी , पुरु शूरसैनी और गोले सैनी के नाम से जाना जाता है । सैनी जाति के लोग अपने आप को श्री कृष्ण एवं पुरूवास के वंशज मानते हैं । सैनी जाति का संबंध प्राचीन शूरसैनी कबीले से है , इस जाति के लोगों को भेड़िया भी कहा जाता था क्योंकि इस जाति के लोग समूह में रहते थे और इस जाति के लोग समूह में ही अपने शत्रु पर हमला करते थे । शूरसैनी जाति के लोगों का मूल रूप से कार्य युद्ध लड़ना था यानी कि यह लोग क्षत्रिय योद्धा होते थे , शूरसैनी योद्धा युद्ध में इतने कुशल थे कि इन्हें कई जाति के राजाओं ने अपनी सेना का सेनापति तक रखा था और आज के भारत में भी शूरसैनी भारतीय सेना के बड़े अधिकारी हैं । भारतीय राज्यों उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर ,पंजाब,हरियाणा, उत्तराखंड , हिमाचल और दिल्ली मैं सैनी जाति के लोग मूल रूप से पाए जाते हैं ।  <ref>{{Cite web|url=https://news.sainicaste.com/2024/02/shoorsaini.html|title=SHOORSAINI {{!}} कौन होते हैं शूरसैनी ?|website=Saini News|language=en|access-date=2024-05-28}}</ref>
 
सैनी जाति के लोग परंपरागत रूप से भूमि के मालिक (ज़मींदार) और किसान होते थे । आज सैनी समुदाय के लोग सरकारी नौकरी, शिक्षा, सेना, वकालत, प्रशासनिक सेवा, व्यवसाय, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, अनुसंधान, टेक्नोलॉजी और राजनीति आदि में अपनी सेवा दे रहे है ।
 
सैनी शब्द की उत्पत्ति “महाराजा शूर सैनी” के नाम से हुई है, वह एक पराक्रमी शूर वीर योद्धा थे और महाराजा शूर सैनी " सम्राट शूरसेन " के पुत्र थे । कभी वर्तमान के मथुरा नगर पर सम्राट शूरसेन का शासन हुआ करता था , मथुरा प्राचीन भारत के 16 महाजनपदो में से एक था और शूर शब्द का शाब्दिक अर्थ वीर बहादुर या योद्धा होता है ।
 
महाराजा शूर सैनी का जन्म महाभारत काल में हुआ था, वह एक शूरवीर क्षत्रिय थें , प्राचीन ऐतिहासिक अभिलेखों के अनुसार मथुरा " शूरसेन महाजनपद " की राजधानी थी और सम्राट शूरसैन वासुदेव के पिता और भगवान कृष्ण के दादा थे । इस पौराणिक मान्यता के अनुसार यही वह वंश है , जिसमें शूरसैनी राजा कृष्ण का जन्म हुआ था और महाराजा शूर सैनी के वंशज ही सैनी कहलाए ।
 
सम्राट शूरसेन हिंदू पौराणिक कथाओं में वर्णित मथुरा का एक शूरसैनी शासक थे । उनका विवाह मारिशा नाम की एक नागा या नागिन महिला से हुआ था । भीम के लिए वासुकी के वरदान का कारण थी । उन्हें वह राजा कहा जाता है जिनके नाम पर शूरसैनी साम्राज्य के सैनी संप्रदाय का नाम रखा गया था ।
 
सम्राट शूरसेन के 15 बच्चे थे, शूरसेन समुद्रविजय (स्वयं नेमिनाथ के पिता ), वासुदेव (स्वयं वासुदेव - कृष्ण के पिता ) , महाराजा शूर सैनी ( शूरसैनीवंश के जनक ) और कुंती ( कर्ण और पांडवों की मां ) के पिता थे । उनका महाभारत और पुराणों दोनों में बड़े पैमाने पर उल्लेख किया गया है ।
 
==धर्म==
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दोनों पक्षों में उपरोक्त किसी भी ''गोत्र'' के एक ना होने पर भी अगर दोनों ही परिवारों का गांव एक हो, इस स्थिति में भी लड़के और लड़की को एक दूसरे को पारस्परिक रूप से भाई-बहन समझा जाता है और विवाह नही होता है।
 
== सन्दर्भ ==
सैनी समाज के मुख्य गोत्र । गिरनू, कपूर कैथली, अग्रवाल, अधूपिया, घाटावाल, दहिया, कटारिया, नीमकिरोड़ीवाल, तौंदवाल, पाबला, बागड़ी, राजोरिया, बबेरवाल, खोवाल इत्यादि।
 
== माली जाति ने अपनाया "सैनी" नाम 1937 ==
 
 
 
राजस्थान राज्य के माली समुदाय ने 1937 के दशक के दौरान सैनी उपनाम अपनाया था जब भारत ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अधीन था ।<ref>{{Cite web|url=https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Mali_or_Neo_Saini_group_started_saini_surnames_in_1937.jpg|title=File:Mali or Neo Saini group started saini surnames in 1937.jpg - Wikimedia Commons|date=2020-10-12|website=commons.wikimedia.org|language=en|access-date=2024-05-30}}</ref> <ref>{{Cite web|url=https://sites.google.com/view/saini-caste/|title=SAINI CASTE HISTORY|website=sites.google.com|language=hi|access-date=2024-05-30}}</ref> <ref>{{Citation|title=Mali caste|date=2024-04-17|url=https://en.wikipedia.org/w/index.php?title=Mali_caste&oldid=1219463307|work=Wikipedia|language=en|access-date=2024-05-30}}</ref>
 
जब राजस्थान के माली समुदाय ने सैनी जाति का नाम अपनाया तब उन्हें देखकर भारत के अन्य माली भी सैनी जाति के सरनेम का इस्तेमाल करने लगे , वर्तमान में उत्तर भारत की कई अन्य जाति भी सैनी जाति के सरनेम का इस्तेमाल करती है ।<ref>{{Cite web|url=http://sainiworld.com/website/A0SainiSamajGotra.aspx|title=Welcome to Saini World|website=sainiworld.com|access-date=2024-05-30}}</ref>
 
== References ==
{{टिप्पणी सूची}}
 
== External links ==
• [https://sites.google.com/view/saini-caste/ Saini caste history]
 
• [https://news.sainicaste.com/ Saini news]
 
• [https://www.sainicaste.com/people Saini caste people]
 
• [https://www.sainicaste.com/gotra Saini Gotra]
 
• [https://sites.google.com/view/saini-caste/people/saini-brand Saini brand photo gallery]
[[श्रेणी:भारतीय परिवार के नाम]]
[[श्रेणी:भारत की मानव जातियाँ]]
== बाहरी कड़ियाँ ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/सैनी" से प्राप्त