"निष्कर्षण": अवतरणों में अंतर

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{{वार्ता शीर्षक}}[[जल]] की विद्यमान गहराई के बढ़ाने, [[बंदरगाह]], [[नदी]], [[नहर]] और सागरतट से दूर जलक्षेत्रों को [[नौचालन]] के योग्य गहरा बनाने और उस गहराई को बनाए रखने, समुद्री संरचनाओं के लिए नींव डालने, नदियों को गहरी, चौड़ी या सीधी करने, सिंचाई के लिए नहर काटने और निम्न तल पर स्थित भूमि का उद्धार करने के लिए पदार्थों के हटाने की कला को '''तलकर्षण''' (Dredging) कहा जाता है। तलकर्षण का महत्व इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि [[स्वेज नहर]] का निर्माण तलकर्षण द्वारा 30,000,000 टन रेत हटाने पर ही संम्भव हो सका। तलकर्षण के लिए जो मशीनें प्रयुक्त होती हैं, उन्हें '''निकर्षक या झामयंत्र''' (dredger) कहते हैं। इन मशीनों से जल के अंदर जमे पदार्थ निकाले जाते हैं और उनकी व्यवस्था की जाती है।
 
[[जल]] की विद्यमान गहराई के बढ़ाने, [[बंदरगाह]], [[नदी]], [[नहर]] और सागरतट से दूर जलक्षेत्रों को [[नौचालन]] के योग्य गहरा बनाने और उस गहराई को बनाए रखने, समुद्री संरचनाओं के लिए नींव डालने, नदियों को गहरी, चौड़ी या सीधी करने, सिंचाई के लिए नहर काटने और निम्न तल पर स्थित भूमि का उद्धार करने के लिए पदार्थों के हटाने की कला को '''तलकर्षण''' (Dredging) कहा जाता है। तलकर्षण का महत्व इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि [[स्वेज नहर]] का निर्माण तलकर्षण द्वारा 30,000,000 टन रेत हटाने पर ही संम्भव हो सका। तलकर्षण के लिए जो मशीनें प्रयुक्त होती हैं, उन्हें '''निकर्षक या झामयंत्र''' (dredger) कहते हैं। इन मशीनों से जल के अंदर जमे पदार्थ निकाले जाते हैं और उनकी व्यवस्था की जाती है।
 
==परिचय==
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यह जल की विद्यमान गहराई की वृद्धि के लिये पदार्थों के हटाने का उपकरण है।
 
;खनन झामयंत्र
खनन और उपयोग के लिए बहुमूल्य तथा अंतर्वस्तुवाली मिट्टी की उपलब्धि का यह उपकरण है। यह नदी निक्षेप से बहुमूल्य धातुओं की प्राप्ति और रेत, कंकड़, चिकनी मिट्टी आदि भवननिर्माण तथा औद्योगिक महत्व के पदार्थ निकालने के काम में आता है।
 
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कठोर पदार्थों को हटाने के लिए इच्छित आकार के दाँतों की व्यवस्था रहती है, जिनसे पदार्थों को खोदकर हटाया जा सकता है। फिर, जलयान या पार्श्व में स्थित बजरे में फालतू मिट्टी का ढ़ेर लगाते हैं। यदि भुजाएँ अधिक लंबी हों तो फालतू मिट्टी के ढेर सीधे नदी के तट पर लगाए जा सकते हैं।
 
;ग्राह झामयंत्र
ये दो प्रकार के होते हैं : (1) सीपी बाल्टी (क्लैम शेल बकेट) तथा (2) चरसा बाल्टी (ऑरेंज पील बकेट)।