"प्रेमसागर": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो Removing {{आधार}} template using AWB (6839) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1:
{{वार्ता शीर्षक}}[[लल्लू लाल]] की यह कृति [[खड़ी बोली]] गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक है। [[रामचन्द्र शुक्ल|शुक्ल जी]] इसकी भाषा को पूर्वीपन से युक्त मानते हैं।▼
▲[[लल्लू लाल]] की यह कृति [[खड़ी बोली]] गद्य की आरंभिक कृतियों में से एक है। [[रामचन्द्र शुक्ल|शुक्ल जी]] इसकी भाषा को पूर्वीपन से युक्त मानते हैं।
==बाहरी कड़ियाँ==
|