{{वार्ता शीर्षक}}[[चित्र:AsokaKandahar.jpg|thumb|[[कंधार]] स्थित [[सम्राट अशोक]] के द्वारा उत्कीर्ण एक पाषाण अभिलेख ]] '''अभिलेख''' [[पत्थर]] अथवा [[धातु]] जैसी अपेक्षाकृत कठिर सतहों पर उत्कीर्ण किये गये पाठन सामाग्री को कहते है। प्राचीन काल से इसका उपयोग हो रहा है। शासको के द्वारा अपने आदेशो को इस तरह उत्कीर्ण करवाते थे, ताकि लोग उन्हे देख सके एवं पढ़ सके और पालन कर सके। आधुनिक युग मे भी इसका उपयोग हो रहा है।