"उल्का": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Meteor burst.jpg|right|thumb|300px|आकाश के एक भाग में उल्का गिरने का दृष्य; यह दृष्य एक्स्ोजर समय कबढ़ाकर लिया गया है]]
 
[[आकाश]] में कभी-कभी एक ओर से दूसरी ओर अत्यंत वेग से जाते हुए अथवा [[पृथ्वी]] पर गिरते हुए जो पिंड दिखाई देते हैं उन्हें '''उल्का''' (meteor) और साधारण बोलचाल में 'टूटते हुए तारे' अथवा 'लूका' कहते हैं । उल्काओं का जो अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी तक पहुँचता है उसे उल्कापिंड (meteorite) कहते हैं। प्राय: प्रत्येक रात्रि को उल्काएँ अनगिनत संख्या में देखी जा सकती हैं, किंतु इनमें से पृथ्वी पर गिरनेवाले पिंडों की संख्या अत्यंत अल्प होती है। वैज्ञानिक दृष्टि से इनका महत्व बहुत अधिक है क्योंकि एक तो ये अति दुर्लभ होते हैं, दूसरे आकाश में विचरते हुए विभिन्न [[ग्रह|ग्रहों]] इत्यादि के संगठन और संरचना (स्ट्रक्चर) के ज्ञान के प्रत्यक्ष स्रोत केवल ये ही पिंड हैं। इनके अध्ययन से हमें यह भी बोध होता है कि भूमंडलीय वातावरण में आकाश से आए हुए पदार्थ पर क्या-क्या प्रतिक्रियाएँ होती हैं। इस प्रकार ये पिंड [[ब्रह्माण्डविद्या]] और [[भूविज्ञान]] के बीच संपर्क स्थापित करते हैं।
 
== संक्षिप्त इतिहास ==
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== बाहरी कड़ियाँ ==
* [http://www.cbc.ca/cp/science/080307/g030708A.html Astronomers spot meteor streaking across central Ontario sky] - [[CBC News]] March 7, 2008
* [http://solarsystem.nasa.gov/planets/profile.cfm?Object=Meteors Meteoroids Page] at [http://solarsystem.nasa.gov NASA's Solar System Exploration]
* [http://www.imo.net/fireball International Meteor Organization fireball page]
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[[श्रेणी:अंतरिक्ष]]
[[श्रेणी:उत्तम लेख]]
 
[[af:Meteoroïde]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/उल्का" से प्राप्त