"रावण": अवतरणों में अंतर

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'''रावण''' [[रामायण]] का एक विशेष पात्र है। रावण लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम '''दशानन''' (दश = दस + आनन = मुख) भी था। किसी भी कृति के लिये अच्छे पात्रों के साथ ही साथ बुरे पात्रों का होना अति आवश्यक है। किन्तु रावण में अवगुण की अपेक्षा गुण अधिक थे। यदिअगर रावणहम दूसरा होतापहलू देखते है तो रामायणहमेशा इतिहास वही लिखता है जो जीतता है और हारने वाले के बारे मे गुण कम तथा अवगुण अधिक लिखे जाते है। आज के पहलू मे अगर अमेरीका को लदेन हरा देता तो वो धर्म की रचनाविजय होती या जो अब है आतन्क पर शान्ति की विजय। अतः रावण भीको बुरा होकहा पाती।गया है।
 
देखा जाये तो रामकथा में रावण ही ऐसा पात्र है, जो [[राम]] के उज्ज्वल चरित्र को उभारने काम करता है।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/रावण" से प्राप्त