"तुर्की भाषा परिवार": अवतरणों में अंतर
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[[File:Map-TurkicLanguages.png|thumb|210px|विश्व के देश (गाढ़े नीले रंग में) और प्रदेश (हलके नीले रंग में) जहाँ तुर्की भाषाओँ को सरकारी मान्यता प्राप्त है]]
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[[File:Turkic languages.png|thumb|210px|यूरेशिया में तुर्की भाषाओँ का फैलाव]]
'''तुर्की भाषाएँ''' पैंतीस से भी अधिक भाषाओँ का एक [[भाषा-परिवार]] है। तुर्की भाषाएँ पूर्वी [[यूरोप]] और [[भूमध्य सागर]] से लेकर [[साईबेरिया]] और पश्चिमी [[चीन]] तक बोली जाती हैं। कुछ भाषावैज्ञानिक इन्हें अल्ताई भाषा परिवार की एक शाखा मानते हैं। विश्व में लगभग 16.5 से 18 करोड़ लोग तुर्की भाषाएँ अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं और अगर सभी तुर्की भाषाओँ को बोल सकने वालों की गणना की जाए तो क़रीब 25 करोड़ लोग इन्हें बोल सकते हैं। सब से अधिक बोली जाने वाली तुर्की भाषा का नाम भी [[तुर्की भाषा|तुर्की]] है, हालांकि कभी-कभी इसे अनातोल्वी भी कहा जाता है (क्योंकि यह [[अनातोलिया में बोली जाती है)।
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==इतिहास और हिंदी पर प्रभाव==
[[मंगोलिया]] की ओरख़ोन घाटी में स्थित
छठी शताब्दी के बाद तुर्की-भाषी फ़ौजें पूरे मध्य एशिया पर हावी हो गईं। [[अफ़्ग़ानिस्तान]] और [[भारतीय उपमहाद्वीप]] के उत्तरी इलाक़ों पर भी इनका क़ब्ज़ा हो गया। दिल्ली सल्तनत के [[गुलाम वंश]] के सभी शासक (जैसे की [[कुतुब-उद-दीन ऐबक]], [[इल्तुतमिश]], वग़ैराह) और [[मुग़ल साम्राज्य]] के प्रथम शासक [[बाबर]] तुर्की मातृभाषी थे। बाबर द्वारा लिखित ऐतिहासिक वर्णन, बाबरनामा, भी तुर्की परिवार की चग़तई भाषा में लिखा हुआ है। इस प्रभाव से तुर्की के बहुत से शब्द [[फ़ारसी]], [[हिंदी]]-[[उर्दू]], [[रूसी भाषा|रूसी]] और हंगेरियाई भाषा में समा गए। हिंदी में तुर्की शब्दों की सूची बहुत लम्बी है और यह शब्द अक्सर अरबी-फ़ारसी से भिन्न और हिंदी के देशज शब्दों की तरह ही लगते हैं, जैसे कि नौकर, बहादुर, चादर, चमचा, कैंची, हवा, छतरी, कुली (सामान उठाने वाला) और तोप।
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