"सुबिमल बसाक": अवतरणों में अंतर

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==अनुवाद==
*प्रतिवेशी जानाला ( १९७५ ) ४२ हिन्दी कवियों के कवितायों का [[बांग्ला]] में अनुवाद।
*तिसरी कसम ( १९७६ ) [[फणीश्वरनाथफणीश्वर नाथ 'रेणु']] के उपन्यास।
*पंचपरमेश्वर ( १९७४ ) [[प्रेमचंद]] के कहानियां।
*[[फणिश्वरनाथफणिश्वर न्नाथ 'रेणु']]-र श्रेष्ठ गलपो ( १९७८ ) ८ कहानियों का अनुवाद।
*दुइ सखी ( १९८४ ) [[प्रेमचंद]] के कहानियां।
*जीवनसार ( १९८५) [[प्रेमचंद]]।