"शीर्षासन": अवतरणों में अंतर

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सिर के बल किए जाने की वजह से इसे शीर्षासन कहते हैं।
==लाभ==
इससेशीर्षासन से हमारा पाचनतंत्र कोस्वस्थ लाभ मिलतारहता है। इससे मस्तिष्क का रक्त संचार बढ़ता है, जिससे की स्मरण शक्ति पुष्टकाफी होतीअधिक बढ़ जाती है। हिस्टिरिया एवं अंडकोष वृद्धि, हर्निया, कब्ज आदि रोगों को दूर करता है। असमय बालों का झड़नाझडऩा एवं सफेद होना दूर करता है। इस आसन से हमारा पूरे शरीर की मांसपेशियां एक्टिव हो जाती है। इस आसन से शारीरिक बल मिलता है। आत्मविश्वास बढ़ता है और किसी भी प्रकार का डर मन से निकल जाता है।
 
==बाहरी कड़ियाँ==