"सहस्वानिकी": अवतरणों में अंतर

मानकीकरण
पंक्ति 10:
 
== सहस्वानिकी और शब्दों में बदलाव ==
सहस्वानिकी के कारण कभी-कभी समय के साथ शब्द अपना रूप बदल लेते हैं। उदहारण के लिए संस्कृत के 'व्यवहार' शब्द के हिंदी में दो रूप पाए जाते हैं। कुछ लोग इसमें 'व' को /v/ की भाँती बोलते हैं और कुछ लोग /w/ की भाँती। क्योंकि /व/ की ध्वनीध्वनि तीख़ी है इसलिए यदि उसके साथ बोला जाए तो उच्चारण नहीं बदलता और 'व्यवहार' ही रहता है। लेकिन अगर 'व' को /w/ की तरह बोला जाए तो इसकी ध्वनी 'उअ' से मिलती-सी होती है, और शब्द का उच्चारण पहले 'व्युअहार' और फिर बोलने की सरलता के लिए 'व्योहार' बन जाता है। इसी प्रक्रिया से कुछ लोग 'देवपुर' जैसे नाम को अंग्रेज़ी में 'devpur' लिखते हैं और अन्य क्षेत्रों के लोग इसे 'देओपुर' की तरह उच्चारित कर के अंग्रेज़ी में 'deopur' लिखते हैं।
 
== इन्हें भी देखें ==