"लाल दानव तारा": अवतरणों में अंतर

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==सूरज का लाल दानव भविष्य==
आज से ५ अरब सालों बाद हमारे सूरज फूलकर लाल दानव बन जाएगा। पहले [[बुध (ग्रह)|बुध ग्रह]] (मरक्युरी) इसमें समा जाएगा और फिर [[शुक्र (ग्रह)|शुक्र]] (वीनस)। फैलते हुए यह [[पृथ्वी]] को भी निग़ल जाएगा और सम्भावना है कि [[मंगल (ग्रह)|मंगल]] भी इसकी चपेट में आ जाएगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका अकार (व्यास) आज से २०० गुना या उस से भी अधिक होगा। इसका पृथ्वी के जीवन पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि पृथ्वी अगले १ अरब वर्षों में ही जीवन के लिए कठिन बन जाएगी। सूरज की रोशनी इसी समय में बढ़कर पृथ्वी के सारे सागरों-महासागरों के पानी को उबाल देगी और यह अंतरिक्ष में खो जाएगा। उसके बाद पृथ्वी शुक्र की तरह का एक शुष्क और वीरान ग्रह होगा। वर्तमान से २ अरब सालों बाद पृथ्वी का अधिकतर वायुमंडल सूरज के बढ़ते [[विकिरण]] (रेडियेशन) से उत्तेजित होकर अंतरिक्ष के व्योम में खोया जाएगा। पृथ्वी की ज़मीन एक पिघले पत्थरों का क्षेत्र बन जाएगी।<ref name="ref20rehoj">{{cite web | title=Discover! Exploring The Universe | author=Giessow, Joan & Fred, Barden, Cindy | publisher=Lorenz Educational Press | isbn=9781429109420 | url=http://books.google.com/books?id=MXjivBXYadoC | quote=''... Mercury, Venus, and Earth will be engulfed by the expanding sun. Our sun may remain a red giant for billions of years ...''}}</ref><ref name="ref09qilih">{{cite web | title=Destination the Sun | author=Giles Sparrow | publisher=The Rosen Publishing Group, 2009 | isbn=9781435834675 | url=http://books.google.com/books?id=Qxva-lg9_5cC | quote=''... A red giant Sun will blast away Earth's air and ocean, turning the planet into a lifeless rock ...''}}</ref>
 
==इन्हें भी देखें==