"लाल दानव तारा": अवतरणों में अंतर

मानकीकरण
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[[Image:Solar-type Red Giant structure.jpg|right|thumb|310px|एक लाल दानव तारे और सूरज के अंदरूनी ढाँचे की तुलना]]
[[File:Sun Red Giant.jpg|right|thumb|310px|जब हमारा सूरज एक लाल दानव बनाने लगेगा - एक काल्पनिक दृश्य - इस से पहले ही पृथ्वी एक जीवन योग्य क्षेत्र नहीं रहेगी]]
[[खगोलशास्त्र]] में '''लाल दानव तारा''' ऐसे चमकीले [[दानव तारे]] को बोलते हैं जो हमारे [[सूरज के द्रव्यमान]] का ०.५ से १० गुना [[द्रव्यमान]] (मास) रखता हो और अपने जीवनक्रम में आगे की श्रेणी का हो (यानि बूढ़ा हो रहा हो)। ऐसे तारों का बाहरी वायुमंडल फूल कर पतला हो जाता है, जिस से उस का अकारआकार भीमकाय और उसका सतही तापमान ५,००० [[कैल्विन]] या उस से भी कम हो जाता है। ऐसे तारों का रंग पीले-नारंगी से गहरे लाल के बीच का होता है। इनकी [[तारों की श्रेणियाँ|श्रेणी]] आम तौर पर K या M होती है, लेकिन S भी हो सकती है। कार्बन तारे (जिनमें [[ऑक्सिजनऑक्सीजन]] की तुलना में [[कार्बन]] अधिक होता है) भी ज़्यादातर लाल दानव ही होते हैं।
 
प्रसिद्ध लाल दानवों में [[रोहिणी तारा|रोहिणी]], [[स्वातीस्वाति तारा|स्वाती]] और [[गेक्रक्स तारा|गेक्रक्स]] शामिल हैं। लाल दानव तारों से भी बड़े [[लाल महादानव तारे]] होते हैं, जिनमें [[ज्येष्ठा तारा|ज्येष्ठा]] और [[आर्द्रा तारा|आर्द्रा]] गिने जाते हैं। आज से [[अरब (संख्या)|अरबों]] वर्षों बाद हमारा [[सूरज]] भी एक लाल दानव बन जाएगा।
 
==अन्य भाषाओँ में==
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==विवरण==
जब A से K [[तारों की श्रेणियाँ|श्रेणी]] के [[मुख्य अनुक्रम]] तारों के केंद्र में [[हाइड्रोजन]] इंधन ख़त्म होने लगता है तो यह तारे अपने केन्द्रों के इर्द-गिर्द की एक तह में हाइड्रोजन में [[नाभिकीय संलयन]] (न्यूक्लियर फ्यूज़न) शुरू कर देते हैं। ऐसे तारे फूलना शुरू हो जाते हैं और इनका व्यास (डायामीटर) हमारे [[सूरज के व्यास]] का १० से १०० गुना तक हो जाता है। इनका सतही तापमान भी ठंडा होने लगता है। भौतिकी का सिद्धांत है कि नीले रंग के [[फ़ोटोनों]] (प्रकाश के कणों) में उर्जाऊर्जा अधिक होती है और लाल रंग के फ़ोटोनों में कम। जैसे तारा ठंडा पड़ता है उससे उत्पन्न होने वाला प्रकाश भी नारंगी और लाल रंग का होने लगता है।<ref>[http://www.vendian.org/mncharity/dir3/starcolor/ Color of star ranging blue through orange]</ref><ref name="ref95zavuz">{{cite web | title=Stars and stellar evolution | author=Klaas Sjoerds de Boer, Wilhelm Seggewiss | publisher=L&#39;Editeur : EDP Sciences, 2008 | isbn=9782759803569 | url=http://books.google.com/books?id=Xa_sjx7yZ9gC}}</ref>
 
दो मुख्य प्रकार के लाल दानव तारे देखें जाते हैं:
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==सूरज का लाल दानव भविष्य==
आज से ५ अरब सालों बाद हमारे सूरज फूलकर लाल दानव बन जाएगा। पहले [[बुध (ग्रह)|बुध ग्रह]] (मरक्युरी) इसमें समा जाएगा और फिर [[शुक्र (ग्रह)|शुक्र]] (वीनस)। फैलते हुए यह [[पृथ्वी]] को भी निग़ल जाएगा और सम्भावना है कि [[मंगल (ग्रह)|मंगल]] भी इसकी चपेट में आ जाएगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसका अकारआकार (व्यास) आज से २०० गुना या उस से भी अधिक होगा। इसका पृथ्वी के जीवन पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि पृथ्वी अगले १ अरब वर्षों में ही जीवन के लिए कठिन बन जाएगी। सूरज की रोशनी इसी समय में बढ़कर पृथ्वी के सारे सागरों-महासागरों के पानी को उबाल देगी और यह अंतरिक्ष में खो जाएगा। उसके बाद पृथ्वी शुक्र की तरह का एक शुष्क और वीरान ग्रह होगा। वर्तमान से २ अरब साल बाद पृथ्वी का अधिकतर वायुमंडल सूरज के बढ़ते [[विकिरण]] (रेडियेशन) से उत्तेजित होकर अंतरिक्ष के व्योम में खोया जाएगा। पृथ्वी की ज़मीन एक पिघले पत्थरों का क्षेत्र बन जाएगी।<ref name="ref20rehoj">{{cite web | title=Discover! Exploring The Universe | author=Giessow, Joan & Fred, Barden, Cindy | publisher=Lorenz Educational Press | isbn=9781429109420 | url=http://books.google.com/books?id=MXjivBXYadoC | quote=''... Mercury, Venus, and Earth will be engulfed by the expanding sun. Our sun may remain a red giant for billions of years ...''}}</ref><ref name="ref09qilih">{{cite web | title=Destination the Sun | author=Giles Sparrow | publisher=The Rosen Publishing Group, 2009 | isbn=9781435834675 | url=http://books.google.com/books?id=Qxva-lg9_5cC | quote=''... A red giant Sun will blast away Earth's air and ocean, turning the planet into a lifeless rock ...''}}</ref>
 
==इन्हें भी देखें==