"इंडिया अगेंस्ट करप्शन": अवतरणों में अंतर

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== अन्ना हजारे की भूमिका ==
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, [[अन्ना हजारे]], 5 अप्रैल, 2011 से नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। उनका उद्देश्य भारत सरकार को जन-लोकपाल बिल पारित करने के लिए बाध्य करना है। उनके अनशन को संपूर्ण भारत में भारी समर्थन मिल रहा है।
सावधान.... अनुपम खेर पर हमला सत्ताधारी कांग्रेस तथा NCP सहित तमाम ऐसे राजनैतिक दलों द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम से जुड़े लोगों पर हमला है जौ भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम को मिले भारी जनसमर्थन से बौखलाए हैं और लोकपाल बिल से आतंकित हैं। अनुपम खेर पर हमला तो महज शुरुआत है आगे और भी होंगे इनके निशाने पर ।
 
5 अप्रैल, 2011 के आमरण अनशन के दोरान सरकार ने भरोसा दिया था कि सरकार आप के साथ मिल कर नया मसोदा टायर तयार करेगी. लेकिन अन्ना टीम कि कोई बात नहीं सुनी गई व सरकारी जोकपाल संसद में रखा गया जिस के कारन अन्ना को दोबारा 16.08.11 को फिर से आमरण अनशन पर जाना पड़ा जिसको इतना समर्थन मिला कि मैंने अपनी 50 साल कि जिन्दगी में नहीं देखा. 12 दिन तक रामलीला मदान में दो लाख लोग हर रोज आते रहे. जिस के कारन सरकार को दोबारा नए सिरे से जनलोकपाल लाने का वायदा किया है ये वायदा पूरा नहीं होने पर आगे भी आमरण अनशन कि सम्भावना बनी हुइ है।
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== भ्रष्टाचार के विरुद्ध वोट बैंक ==
इंडिया अगेंस्ट करप्शन संस्था ने एक वोट बैंक ([http://www.VoteForIndia.org Vote For India]) प्रारंभ किया है। इस वोट बैंक के सदस्यों को शपथ दिलाई जाती है, कि वो ऐसे किसी भी राजनीतिक दल को चुनाव में वोट नहीं देंगे जो जन-लोकपाल बिल को पारित नहीं करते।
सावधान. अनुपम खेर पर हमला सत्ताधारी कांग्रेस तथा NCP सहित तमाम ऐसे राजनैतिक दलों द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम से जुड़े लोगों पर हमला है जौ भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम को मिले भारी जनसमर्थन से बौखलाए हैं और लोकपाल बिल से आतंकित हैं। अनुपम खेर पर हमला तो महज शुरुआत है आगे और भी होंगे इनके निशाने पर ।
 
== जन-लोकपाल बिल ==