"विकिपीडिया:चौपाल": अवतरणों में अंतर

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: कोई भी स्वाभिमानी भाषा इस तरह के 'भ्रष्टाचार' की अनुमति नहीं दे सकती। इन शब्दों को हटाना ही चाहिये। किन्तु अभी नहीं, बाद में। अभी बहुत बडी संख्या में ऐसे लोग हैं जो हिन्दी लिखने के सैकडों तरीकों में से एक से भी परिचित नहीं हैं। वैसे लोग जब हिन्दी विकि पर आयेगें और अंग्रेजी में खोज करेंगे तो 'गलती' से 'सही' जगह पर पहुंच सकते हैं। यह इनकी उपयोगिता है। इसलिये मेरा विचार है कि इन्हें साल-दो साल बाद हटाया जाय। -- <b>[[सदस्य:अनुनाद सिंह|<font color="blue">अनुनाद सिंह</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:अनुनाद सिंह|<font color="green">वार्ता</font>]]</sup> 05:57, 18 सितंबर 2011 (UTC)<br>
अनुनाद जी ने सही कहा। ठीक इसीलिए ये रीडायरेक्ट यहाँ हैं। इसपर पहले भी चर्चा हो चुकी है। ये पाठकों को अंग्रेज़ी से हिन्दी की ओर ले जाते हैं: तमसो मा ज्योतिर्गमय। मितुलजी इसमें कोई दिक्कत वाली बात नहीं लगती। -[[User:Hemant_wikikosh|<font color="darkblue">Hemant wikikosh</font>]]<sup>[[सदस्य वार्ता:Hemant_wikikosh|<font color="blue ">वार्ता</font>]]</sup> 06:47, 18 सितंबर 2011 (UTC)
==प्रशासकों और प्रबंधकों से अनुरोध==
मेरे रात ऐसा हो रहा हि कि यदि में किसी लेक को संशोधित करता हु तो सेव करने का बाद (लेख सहेजें) वो पूरा ही भाग गायब हो जाता है, प्रशासकों और प्रबंधकों से अनुरोध कई कि मेरे इतिहास के पृष्टो पर जाकर इस बात की पुष्टी देखे और सम्बंधित प्रोग्रामिंग को तत्काल ठीक करे --[[User:Rajeevmass|राजीवमास]] ([[User talk:Rajeevmass|वार्ता]]) 09:21, 18 सितंबर 2011 (UTC)