"श्रीलंका का भूगोल": अवतरणों में अंतर

No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1:
हिन्द महासागर के उत्तरी भाग मे स्थित इस द्वीप राष्ट्र की भूमि केन्द्रीय पहाड़ो तथा तटीय मैदानो से मिलकर बनी है । वार्षिक वर्षा २५०० से ५००० मि.मी. तक होती है । वार्षिक तापमान का औसत मैदानी इलाकों में २७ डिग्री सेल्सियस तथा नुवारा एलिया (ऊंचाई - १८०० मीटर) के इलाके में १५ डिग्री सेल्सियस रहता है । इस देश का विस्तार ६-१० गिग्री उत्तरी अक्षांश के मध्य होने, तथा चारो ओर समुद्र से घिरे होने की वजह से यह एक उष्ण कटिबंधीय जलवायु क्षेत्र है । यहां की औसत सापेक्षिक आर्द्रता दिन में ७०% से लेकर रात के समय में ९०% तक हो जाती है । भारतीय उपमहाद्वीप का हिस्सा समझे जाने वाले इस द्वीप को भारत से पाक जलडमरूमध्य अलग करता है । इसका कुल क्षेत्रफल 65,610 वर्ग किलोमीटर है तथा ये विषुवत रेखा के 5 डिग्री से 10 डिग्री उत्तरी अक्षांशों के बीच स्थित है । इसकी समुद्रतटीय रेखा 1340 किमी लम्बी है ।
 
[[चित्र:श्रीपाद शिखर श्रीलंका.jpg|right|200px| श्रीपाद शिखर - मछुआरों की झोपड़ियों से एक दृश्य]]
 
इस देश का विस्तार ६-१० गिग्री उत्तरी अक्षांश के मध्य होने, तथा चारो ओर समुद्र से घिरे होने की वजह से यह एक उष्ण कटिबंधीय जलवायु क्षेत्र है । यहां की औसत सापेक्षिक आर्द्रता दिन में ७०% से लेकर रात के समय में ९०% तक हो जाती है । भारतीय उपमहाद्वीप का हिस्सा समझे जाने वाले इस द्वीप को भारत से पाक जलडमरूमध्य अलग करता है । इसका कुल क्षेत्रफल 65,610 वर्ग किलोमीटर है तथा इसकी समुद्रतटीय रेखा 1340 किमी लम्बी है ।
 
 
पिदुरुतलगला श्रीलंका का सर्वोच्च बिंदु है जिसकी समुद्रतल से उँचाई लगभग 2500 मीटर है । <ref> http://www.mongabay.com/reference/country_studies/sri-lanka/GEOGRAPHY.html </ref> यानि [[एवरेस्ट]] की ऊँचाई के एक तिहाई से भी कम । [[आदम का पुल]] ([[राम सेतु]]) की तरह श्रीलंका में एक [[आदम की चोटी]] भी है जो देश के उत्तर की बजाय दक्षिण में स्थित है । इसे स्थानीय लोग [[श्री पाद]] कहते हैं क्योंकि इसके शिखर के समीप एक 1.5 मीटर की रचना है जिसको बौद्ध लोग भगवान बुद्ध का पदचिह्न मानते है । [[हिन्दू ]] लोग इसे भगवान [[शिव]] का पदचिह्न मानते हैं तो [[मुस्लिम]] इसे [[आदम]] का । यह देश की दूसरी सबसे उँची चोटी है जिसकी समुद्र तल से कोई 2243 मीटर है । यह आसपास के इलाकों से बहुत उन्नत तथा सुन्दर दिखता है तथा पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है ।