"संयोजी वर्ण": अवतरणों में अंतर
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[[Image:RGB illumination.jpg|190px|thumb|संयोजी वर्ण मिश्रण : [[लाल]] में [[हरा]] मिलाने से [[पीला]] मिलता है, [[पीला]] में [[नीला]] मिलाने पर [[सफेद]] मिलता है । ]]
एक '''संयोजी वर्ण प्रतिरूप''' (''additive color''' model'') में संसक्त या एकल स्रोत से निकले [[प्रकाश]] का प्रयोग होता है । संयोजी मिश्रण में [[लाल]], [[हरा]] एवं [[नीला]] प्रकाश प्रयोग होता है, अन्य प्रकाशों को निर्मित करने हेतु । '' देखें [[लाल हरा नीला रंग प्रतिरूप]]. इन संयोजी [[प्राथमिक रंग|प्राथमिक रंगों]] में से एक को दूसरे से मिलाने पर [[द्वितीयक रंग]] बनते हैं, जैसे [[क्यान]], [[रानी]] एवं [[पीला]] । तीनों [[प्राथमिक रंग|प्राथमिक रंगों]] को बराबर मात्रा में मिलाने पर [[श्वेत]] वर्ण बनता है । किसी भी रंग की तीव्रता में अंतर करने पर तीनों प्रकाशों का पूर्ण राग ''[[en:gamut]]'' मिलता है । [[कम्प्यूटर]] के प्रदर्शक ''मॉनीटर'' एवं [[दूरदर्शन]] उपकरण इसके उत्तम उदाहरण हैं ।
प्राथमिक रंगों का मिश्रण करने पर मिले परिणाम प्राय: प्रतिदिन में रंगों के अभ्यस्त लोगों के अनुमान से विपरीत होते हैं, क्योंकि वे लोग अधिकतर [[व्यवकलित रंग| व्यवकलित रंगों]] ''[[
[[Image:Tartan Ribbon.jpg|thumb|190px|प्रथम रंगीन छायाचित्र , जेम्स क्लार्क मैक्स्वैल द्वारा 1861 में लिया गया ]]
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