"प्रहसन": अवतरणों में अंतर
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वर्ण्यविषय और प्रेक्षकगत प्रभाव के आधार पर पश्चिम मे कॉमेडी के अनेक भेदों की प्रकल्पना की गई है जिनमें से "फार्स" का रूप कुछ कुछ प्रहसन के निकट है। इसमें हास्य के सूक्ष्मतर रूपहृ जैसे शुद्ध विनोद व्यंग्य, आदि की अपेक्षा प्रत्यक्ष शारीरिक विकृतियों पर अधिक बल रहता है। पाश्चात्य प्रहसनकारों में मॉलिये सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं।
==इन्हें भी देखें==
*[[हास्यरस तथा उसका साहित्य (संस्कृत, हिन्दी)]]
== वाह्य सूत्र ==
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