"लातिन भाषा": अवतरणों में अंतर

पंक्ति 16:
<tr><td>d / D</td><td>द्
<tr><td>e / E</td><td>ए
<tr><td>eu / EU</td><td>एऊएउ (API [eu̯]])
<tr><td>f / F</td><td>फ़् (API [fɸ])
<tr><td>g / G</td><td>ग्
<tr><td>h / H</td><td>ह्
पंक्ति 33:
<tr><td>ph / PH</td><td>फ्
<tr><td>q / Q</td><td>क्
<tr><td>qu / QU</td><td>कु/क्व् (API [kʷ])
<tr><td>r / R</td><td>र्
<tr><td>s / S</td><td>स्
पंक्ति 39:
<tr><td>th / TH</td><td>थ्
<tr><td>u / U</td><td>ऊ
<tr><td>v / V</td><td>व्/उ (API [v/w])
<tr><td>w / W</td><td>व (API [w])
<tr><td>x / X</td><td>क्स्
<tr><td>y / Y</td><td>य / इउ (API [j/y])
<tr><td>z / Z</td><td>ज़्/द्ज़् (API [z/ʣ])
</table>
 
स्वर के ऊपर समतल रेखा (Macron) का अर्थ होता था कि स्वर दीर्घ है, पर इसे लिखना ज़रूरी नहीं माना जाता था । बाद में यूनानी भाषा के उधार के शब्द लाने के लिये [[यूनानी लिपि]] से ये अक्षर लिये गये : K (क), Y (इयुय/इउ), Z (ज़ज़्/द्ज़्) । [[व्यंजन]] उअ के लिये V प्रयुक्त किया जाने लगा और स्वर उ के लिये U । इसके भी कुछ बाद J (य) और W (व/उ) जुड़े । छोटे अक्षरों के रूप (a, b, c, d, e, f, g, h, i, j, k, l, m, n, o, p, q, r, s, t, u, v, w, x, y, z) मध्ययुग में आये । पश्चिम और मध्य [[यूरोप]] की सारी भाषाओं ने लिखावट के लिये [[रोमन लिपि]] अपना ली ।
 
== शब्दावली ==