करमचंद 80 के दशक का एक मशहूर [[टीवी धारावाहिक]] है। 1985 में तैयार किया गया ये [[सीरीयलधारावाहिक]], जो कि संभवतः भारत का पहला जासूसी धारावहिक भी था, [[दूरदर्शन (चैनल)|दूरदर्शन]] पर ऐसे समय में प्रसारित होता था जब भारतीय दर्शक सैटेलाईट चैनलों से अनजान थे। [[पंकज पाराशर]] द्वारा निर्मित इस धारावाहिक में सुनील शर्मा के लगातार हिलते डुलते कैमरे से किये छायांकन और [[आनंद मिलिंद]] के संगीत के साथ करमचंद तथा उनकी सेक्रेटरी किटी द्वारा सुलझाये जाते जुर्म के मामले। यह एक तिलिस्मी प्रस्तुतिकरण रहा और काफी लोकप्रिय भी जिसका ज़िक्र दूरदर्शन के सुनहरे दिनों के रूप में किया जाता है। धारावाहिक में करमचंद की भूमिका [[पंकज कपूर]] ने और किटी का किरदार [[सुश्मिता मुखर्जी]] ने अदा किया था। इसमेंइनके पंकजसाथ कपूर गाजर चबाते दिखाये देते थेएक और लगभगअहम हरकिरदार किस्सेथा केइंस्पेक्टर अंत पर किटीखान का संवादजिसे होता[[दीपक थाकाज़िर]] "यू आर रीयली अ जीनीयस सर!" जिसका करमचंद झिड़क कर जवाब देतेने थेनिभाया "शटथी। अप"।
धारावाहिक में करमचंद हमेशा गाजर चबाते दिखाये देते थे और लगभग हर किस्से के अंत पर किटी का संवाद होता था "यू आर रीयली अ जीनीयस सर!" जिसका करमचंद झिड़क कर जवाब देते थे "शट अप"।
फरवरी 2007 में [[सोनी]] टेलीविजन चैनल ने इस धारावाहिक को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है पर वो पुराना जादू लौटा पाना मुश्किल रहा। पाराशर द्वारा ही निर्देशित सीरीयल के इस नये अवतार में करमचंद का किरदार तो पंकज ही निभा रहे हैं पर किटी की भूमिका [[सुचेता खन्ना]] निभा रही हैं। नये धारावाहिक की पहली कड़ी 10 फरवरी 2007 को रात 9 बजे प्रसारित हुई।▼
▲फरवरी 2007 में [[सोनी]] टेलीविजन चैनल ने इस धारावाहिक को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है पर वो पुराना जादू लौटा पाना मुश्किल रहा।किया। पाराशर द्वारा ही निर्देशित सीरीयल के इस नये अवतार में करमचंद का किरदार तो पंकज ही निभा रहे हैं पर किटी की भूमिका [[सुचेता खन्ना]] निभा रही हैं। नये धारावाहिक की पहली कड़ी 10 फरवरी 2007 को रात 9 बजे प्रसारित हुई।