"वसंत": अवतरणों में अंतर

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प्रह्लादश्चास्मि दैत्यानां कालः कलयतामहम्।<br>
मृगाणां च मृगेन्द्रोअहं वैनतेयश्च पक्षिणाम्।।पक्षिणाम्।।१०.३०।।
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